ड्रग माफिया (Drug Mafia) पंकज गुप्ता मौके से भागने में सफल रहा. ड्रग इस्पेक्टर के साथ एसपी सिटी और थाना पुलिस कार्रवाई में जुटी हुई हैं.
उत्तर प्रदेश के आगरा (Agra) जिले में पुलिस (Police) और ड्रग विभाग (Drugs Department) ने रविवार को एक घर में छापेमारी की कार्रवाई की है. छापेमारी के दौरान करोड़ों रुपए की दवाइयों का जखीरा बरामद होने से हड़कंप मच गया. आगरा पुलिस ने बड़े पैमाने प्रतिबंधित दवाइयों का जखीरा पकड़ा है. इनकी कीमत 3.5 करोड़ बताई जा रही है. इन प्रतिबंधित दवाइयों को दाल के बोरों में छिपाकर रखा जाता था. पूरा मामला थाना कमला नगर इलाके का है. जहां पर पुलिस और ड्रग विभाग की संयुक्त कार्रवाई की है. यह दवाइयां एक मकान में भंडारण करके रखी गई थीं.
दवाइयों के इस रैकेट के मामले में पंकज गुप्ता का नाम आ रहा है. बताया जा रहा है कि पंकज गुप्ता अंतर्राष्ट्रीय दवाइयों का तस्कर है. छापेमारी के दौरान किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है. फिलहाल ड्रग विभाग ने सभी दवाइयों को अपने कब्जे में ले लिया है. टीम जांच पड़ताल में जुटी है. ड्रग डिपार्टमेंट को लोहिया नगर में प्रतिबंधित दवा को एक गोदाम में रखने की जानकारी मिली थी. इसके बाद विभाग ने पुलिस के साथ थाना कमला नगर के लोहिया नगर इलाके में छापामार कार्रवाई की.
इसमें करीब साढ़े 3 करोड़ की प्रतिबंधित दवाइयों का जखीरा टीम को मिला. ड्रग माफिया पंकज गुप्ता मौके से भागने में सफल रहा. ड्रग इस्पेक्टर के साथ एसपी सिटी और थाना पुलिस कार्रवाई में जुटी हुई हैं.
अंतर्राष्ट्रीय ड्रग तस्कर है पंकज गुप्ता
औषधि विभाग की टीम ने जब छापा मारा तो उसके होश उड़ गए. गोदाम में प्रतिबंधित दवाओं को दाल के बोरों में छिपाकर रका गया था. औषधि निरीक्षक नरेश मोहन दीपक ने बताया कि बरामद दवाओं की कीमत करीब 3.5 करोड़ आंकी जा रही है. इस गोदाम को पंकज गुप्ता नाम के व्यक्ति ने किराए पर लिया था. पंकज गुप्ता अंतरराष्ट्रीय तस्कर है जो दवाओं के खेल में लिप्त है. अवैध दवा के कारोबार के तार अन्य राज्यों से जुड़े होने की आशंका जताई जा रही है.