ब्रिटेन में वैक्सीनेशन शुरू होने के बावजूद कोरोना वायरस के नए प्रकार ने देश के कई हिस्सों में तेजी से फैलना शुरू कर दिया है. ये वायरस न सिर्फ ज्यादा घातक है बल्कि सामान्य के मुकाबले ज्यादा संक्रामक भी बताया जा रहा है. इसी के मद्देनज़र कई देशों ने ब्रिटेन से आणि वाली हवाई उड़ानों पर रोक लगा दी है.
ब्रिटेन में कोरोना (Coronavirus) के खिलाफ मास वैक्सीनेशन प्रोग्राम शुरू होने बावजूद हालत बिगड़ते जा रहे हैं. ब्रिटेन के हेल्थ सेक्रेटरी मैट हैंकॉक (U.K. Health Secretary Matt Hancock) ने माना है कि देश में नए किस्म के कोरोना के सामने आने के बाद हालत बेकाबू हो चुके हैं. इसी के मद्देनज़र प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (Boris Johnson) ने लंदन और दक्षिणपूर्वी इंग्लैंड के कुछ हिस्सों में लॉकडाउन लगा दिया है. ब्रिटेन में बढ़ते कोरोना के मामलों के मद्देनज़र फ्रांस, जर्मनी नीदरलैंड, बेल्जियम, ऑस्ट्रिया और इटली ने ब्रिटेन की यात्रा पर रोक लगाने संबंधी घोषणा कर दी है.
दक्षिण इंग्लैंड में कोरोना वायरस का नया प्रकार (स्ट्रेन) सामने आने के बाद रविवार को यूरोपीय संघ के कई देशों ने ब्रिटेन से आने वाली उड़ानों पर रोक लगा दी है ताकि इसका प्रकोप उनके देशों में नहीं पहुंचे जबकि कई अन्य देश ऐसे ही प्रतिबंधों को लेकर विचार कर रहे हैं. फ्रांस ने रविवार मध्यरात्रि के बाद से 48 घंटों के लिए ब्रिटेन से सभी तरह की यात्रा पर रोक लगा दी. प्रधानमंत्री कार्यालय की घोषणा में कहा गया कि ब्रिटेन जाने वाले लोग इससे प्रभावित नहीं होंगे. जर्मनी की सरकार ने कहा कि वह ब्रिटेन से आने वाली उड़ानों को रोक रही है. नीदरलैंड ने कम से कम इस साल के अंत तक ब्रिटेन से आने वाली उड़ानों पर रोक लगा दी है. बेल्जियम ने रविवार मध्यरात्रि से लेकर अगले 24 घंटों के लिए ब्रिटेन की उड़ानों पर रोक लगाने की घोषणा की है. साथ ही ब्रिटेन की रेल सेवाओं की आवाजाही पर भी रोक लगा दी है.
कई देशों ने 1 जनवरी तक लगाया प्रतिबंध
उधर, ऑस्ट्रिया और इटली ने कहा है कि वह ब्रिटेन से आने वाली उड़ानों पर रोक लगाएंगे. हालांकि, उन्होंने प्रतिबंध के समय से संबंधित कोई भी जानकारी साझा नहीं की. इटली के विदेश मंत्री लुइगी डी मायो ने ट्विटर पर कहा कि सरकार कोरोना वायरस के नए प्रकार से इटली के निवासियों को बचाने के लिए आवश्यक कदम उठा रही है. रविवार को ब्रिटेन से करीब दो दर्जन उड़ानें इटली के लिए रवाना होनी हैं.
वहीं, चेक गणराज्य ने ब्रिटेन से आने वाले लोगों के लिए पृथक-वास के नियम को लागू कर दिया है. बेल्जियम के प्रधानमंत्री अलेक्जेंडर डी क्रू ने रविवार को कहा कि वह ‘बतौर सावधानी’ मध्यरात्रि से अगले 24 घंटों के लिए ब्रिटेन से आने वाली उड़ानों पर रोक लगा रहे हैं. यूरोपीय संघ के सदस्य तीनों देशों की सरकारों ने कहा कि वे ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन द्वारा लंदन और आसपास के इलाकों के लिए शनिवार को उठाए गए सख्त कदम के मद्देनजर यह फैसला कर रही हैं.
काफी तेजी से फ़ैल रहा है नया कोरोना वायरस
फाइजर की वैक्सीन को इमरजेंसी यूज की इजाजत देने के बाद ब्रिटेन जल्द ही कोरोना महामारी पर काबू पाने की उम्मीद कर रहा था. लेकिन, कोरोनावायरस का नया स्ट्रेन सामने आने से यहां हड़कंप की स्थिति है. वायरस का यह रहस्यमयी नया स्ट्रेन लंदन और इंग्लैंड के दक्षिणी हिस्से में ज्यादा मिल रहा है. ब्रिटिश मीडिया की रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रधानमंत्री जॉनसन लंदन से ट्रैवल बैन लगाने पर विचार कर रहे हैं. इस पर अभी आखिरी फैसला नहीं लिया गया है. कोरोनावायरस के इस स्ट्रेन को VUI-202012/01 पहचान दी गई है. माना जा रहा है कि यह स्ट्रेन पहले की तुलना में ज्यादा तेजी से महामारी फैला रहा है. केंट काउंटी के अस्पतालों में कोरोना संक्रमितों की संख्या काफी बढ़ गई है. लंदन में भी नए केस तेजी से बढ़े हैं.
पीएम जॉनसन चिंतित
इससे पहले जॉनसन ने श्रेणी-4 के सख्त प्रतिबंधों को तत्काल प्रभाव से लागू करते हुए कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि कोरोना वायरस का एक नया स्ट्रेन सामने आया है, जो पूर्व के वायरस के मुकाबले 70 प्रतिशत अधिक तेजी से फैलता है और लंदन व दक्षिण इंग्लैंड में तेजी से संक्रमण फैला सकता है. हालांकि, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने कहा कि अभी तक ऐसा कोई सबूत नहीं मिला है जो साबित करे कि वायरस का नया प्रकार अधिक घातक है और इसपर टीका कम प्रभावी होगा. इस बीच, यूरोपीय संघ के एक सूत्र ने रविवार को बताया कि तेजी से बदलते हालात के मद्देनजर यूरोपीय आयोग सदस्य देशों के साथ संपर्क बनाए हुए है. वहीं, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने शनिवार देर शाम ट्वीट कर कहा, ‘ संगठन कोविड-19 वायरस के नए प्रकार के संबंध में ब्रिटेन के अधिकारियों के करीबी संपर्क में है.’