अलवर में डीएसपी के 3 लाख रुपए की रिश्वत लेते पकड़े जाने के बाद शुक्रवार को एसपी तेजस्वनी गौतम ने क्राइम मीटिंग बुलाई। इसमें पुलिस अफसरों की क्लास लेते हुए गौतम ने साफ शब्दों में कहा कि सरकार हमें तनख्वाह देती हैं। उसी में संतुष्ट रहकर काम करें। किसी के लालच में नहीं आएं।
उन्होंने यह भी कहा, ‘हम लीगल काम करने के लिए हैं। कोई भी लालच देने की कोशिश करें तो उसमें फंसे नहीं। किसी पुलिसकर्मी की कोई शिकायत नहीं आनी चाहिए। अगर आई तो फिर सख्त एक्शन लिया जाएगा। किसी भी पुलिसकर्मी की शिकायत कंट्रोल रूम पर भी की जा सकती है। इस बैठक में पुलिस के एएसपी, डीएसपी, थानाधिकारी भी मौजूद रहे हैं।
बता दें कि दो दिन पहले यानी 6 जनवरी को अलवर डीएसपी सपात खान और कांस्टेबल असलम को एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB)ने 3 लाख की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। डीएसपी ने 13 केस में एक व्यक्ति को रिलीफ देने के एवज में 13 लाख रुपए मांगे थे। इसकी पहली किस्त के तौर पर वह व्यक्ति 3 लाख रुपए देने पहुंचा था।
इस मामले में खास बात यह है कि जिस आरोपी को केस में रिलीफ देने के लिए डीएसपी ने घूस मांगी थी, उसी ने एसीबी से शिकायत की थी। एसीबी ने 7 जनवरी को डीएसपी और कांस्टेबल दोनों को जेल भेज दिया है। इस मामले से पूरे प्रदेश में पुलिस विभाग की किरकिरी हुई थी।
ये भी निर्देश दिए
एसपी ने क्राइम मीटिंग में यह भी निर्देश दिया कि जयपुर मुख्यालय की प्राथमिकताओं पर ध्यान देकर काम करना है। अलवर में ऑर्गेनाइज क्राइम, प्रॉपर्टी क्राइम व साइबर क्राइम को रोकने के लिए अधिक सक्रिय होकर काम करने की जरूरत है। पुलिस लाइन की साफ-सफाई और कर्मचारियों को पौष्टिक खाने को लेकर भी विशेष निर्देश दिए हैं।