गुड़गांव
दिन दहाड़े दो युवकों का अपहरण कर उनसे मारपीट करने व एक करोड़ रुपए की फिरौती मांगने का मामला सामने आया है। वारदात को अंजाम दिल्ली पुलिस के कांस्टेबल व उसके साथियों ने दिया। सूचना मिलते ही गुड़गांव पुलिस हरकत में आ गई और वारदात के 12 घंटे में ही पुलिस ने कांस्टेबल सहित पांच आरोपियों को काबू कर उनके चंगुल से पीड़ित युवकों को छुड़ा लिया है। रेस्क्यू के दौरान दो पुलिसकर्मियों को चोटें भी लगी हैं। मामले को 12 घंटे में ही सुलझा लेने पर पुलिस कमिश्नर ने अपराध शाखाओं की टीम की सराहना करते हुए उन्हें एक लाख रुपए इनाम देने की घोषणा भी की है।
एसीपी क्राइम वरुण दहिया के मुताबिक, कल सिविल लाइन थाना पुलिस को दो युवकों के सेक्टर-15 एरिया से दिन दहाड़े अपहरण करने की सूचना मिली थी। इस सूचना पर थाना पुलिस हरकत में आई और अपराधा शाखा व आला अधिकारियों को इसकी सूचना देते हुए युवकों की तलाश शुरू कर दी। युवकों का अपहरण करने के बाद आरोपियों ने पीड़ितों के दोस्त को फोन कर एक करोड़ रुपए की मांग की थी। जब पुलिस को यह जानकारी मिली तो पुलिस ने एक व्यक्ति के जरिए पूरा सौदा तय कर अपहरणकर्ताओं को रुपए लेने के लिए बुलाया।
सोहना रोड पर जब दो युवक रुपए लेने के लिए आए तो अपराध शाखा की टीम ने इन अपहरणकर्ताओं को दबोच लिया। इस दौरान अपराधियों ने पुलिस पर हमला कर दिया जिसमें दो पुलिसकर्मी घायल भी हुए हैं। जब इन दोनों आरोपियों को काबू कर पूछताछ की गई तो सामने आया कि अपहरण करने में दिल्ली पुलिस का कांस्टेबल भी शामिल है। इस पर पुलिस ने आरोपियों के बताए गए स्थान पर रेड कर दिल्ली पुलिस के कांस्टेबल सहित तीन अन्य आरोपियों को काबू कर अपहरण किए गए दोनों युवकों को सकुशल बरामद कर लिया।
पूछताछ में सामने आया कि दिल्ली पुलिस के कांस्टेबल सुनील ने दो अन्य साथियों के साथ मिलकर युवकों को सेक्टर-15 से पूछताछ के नाम पर रुकवाया था और जबरन अपनी गाड़ी में बैठा लिया था। तीनों उन्हें लेकर एक कमरे में पहुंचे जहां उनसे मारपीट करने के साथ ही एक करोड़ रुपए की फिरौती मांगी। रुपए की मांग करने व फिरौती की रकम लेने के लिए आरोपियों ने दो अन्य साथियों को भेजा था जिन्हें पुलिस ने काबू कर लिया। प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया है कि इनमें से कुछ आरोपियों का आपराधिक रिकॉर्ड भी है। फिलहाल आरोपियों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है।