रेलवे बोर्ड की तरफ से संबंधित विभागों के प्रमुखों को कहा गया है कि गैंगमैन/ट्रैक मेंटेनर श्रेणियों के लिए भरे जा रहे अन्य विभागों में रिक्त पदों के 10% के मौजूदा प्रतिशत को बढ़ाकर 20% करने के लिए नीतिगत दिशानिर्देश तैयार करने के लिए एक प्रस्ताव पर विचार करें.
भारतीय रेलवे (Indian Railways) की रीढ़ कहे जाने वाले उसके गैंगमैन/ट्रैक मैंटेनर को लेकर रेलवे बोर्ड (Railway Board) की ओर से जल्द ही अहम फैसला लिया जा सकता है. इसके तहत शीर्ष स्तर पर गैंगमैन/ट्रैक मेंटेनर्स को अन्य विभागों में स्थानांतरित करने के बारे में मौजूदा IREM प्रावधानों में संशोधन करने पर विचार किया जा रहा है. रेलवे बोर्ड की तरफ से संबंधित विभागों को निर्देश दिए गए हैं कि वह अपनी राय 10 दिनों के भीतर दे दें, ताकि मामले में अंतिम निर्णय लिया जा सके.
रेलवे बोर्ड की तरफ से संबंधित विभागों के प्रमुखों को कहा गया है कि गैंगमैन/ट्रैक मेंटेनर श्रेणियों के लिए भरे जा रहे अन्य विभागों में रिक्त पदों के 10% के मौजूदा प्रतिशत को बढ़ाकर
20% करने के लिए नीतिगत दिशानिर्देश तैयार करने के लिए एक प्रस्ताव पर विचार करें.
इस संबंध कुछ महीने पहले हुई बोर्ड की मीटिंग में भी रेलवे बोर्ड ने गैंगमैन/ ट्रैक मेंटेनर श्रेणियों के लिए रिक्तियों के 10% का मौजूदा प्रतिशत बढ़ाकर 20% करने के लिए सहमति व्यक्त की थी. इस महत्वपूर्ण बैठक में कहा गया कि इन्हें स्नातक विभागीय प्रतियोगी परीक्षा (GDCE) के माध्यम से अधिकतम अवसर प्रदान करने के लिए इंजीनियरिंग और अन्य विभागों के परामर्श से महानिदेशक/ मानव संसाधन द्वारा उपयुक्त नीति दिशानिर्देशों को तैयार और अंतिम रूप दिया जाएगा.
दरअसल, भारतीय रेलवे स्थापना नियमावली कहती है कि नियमित रोजगार में गैंगमैन/ट्रैक मेंटेनर के लिए वर्क्स ब्रांच, वर्कशॉप, ट्रैफिक एवं कमर्शियल डिपार्टमेंट 10 प्रतिशत वैकेंसी को लेकर प्रावधान है.
आपको बता दें कि डेढ़ लाख किलोमीटर से भी ज़्यादा लंबे भारतीय रेल के नेटवर्क को सुरक्षित रखने में गैंगमैन/ट्रैक मेंटेनर अहम भूमिका अदा करते हैं. दिन हो या रात, हर मौसम में भारतीय रेल के इस ट्रैक को सुरक्षित रखना इनकी जिम्मेदारी होती है. गैंगमैन/ट्रैक मेंटेनर जो रेलवे ट्रैक पर पैदल घूम घूमकर पेट्रोलिंग करते हैं और पटरियों में किसी भी तरह की खामी को मरम्मत कर दूर करते हैं, ताकि भारतीय रेलें सुरक्षित तरीके से इन पर चलते हुए यात्रियों को अपने गंतव्य तक पहुंचाएं.
गैंगमैन/ट्रैक मेंटेनर को लेकर एक गंभीर आंकड़ा यह भी कहता है कि लगभग 2 लाख गैंगमैन रेलवे ट्रैक की मॉनिटरिंग के लिए तैनात रहते हैं. आंकड़े यह भी बताते हैं कि हर साल रेलवे ट्रैक की रक्षा करते समय 500 से ज़्यादा गैंगमैन की जान चली जाती हैं. औसतन हर साल 525 गैंगमैन/ट्रैक मेंटेनर अपनी ड्यूटी को पूरा करते हुए चलती ट्रेनों के बीच आकर अपनी जान गंवा देते हैं.