सीरम (Seum Institute) की ओर से जारी फैक्टशीट में बताया गया है कि अगर आप रोजाना कोई दवा ले रहे हैं. कुछ दिनों से बुखार है. खून की कोई बीमारी है, तो आपको कोविशील्ड वैक्सीन (Covidshield) नहीं लेनी चाहिए. वहीं, प्रेग्नेंट महिलाएं और ब्रेस्ट फीडिंग कराने वाली महिलाओं को भी वैक्सीन की खुराक नहीं लेनी है.
Covid Vaccination Drive in India: भारत में कोरोना वायरस को हराने के लिए 16 जनवरी से वैक्सीनेशन अभियान शुरू हो चुका है. देश में अभी वैक्सीनेशन के लिए सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) की ऑक्सफोर्ड कोविशील्ड (Covishield) और भारत बायोटेक (Bharat Biotech) की स्वदेशी वैक्सीन कोवैक्सीन (Covaxin) लगाई जा रही है. वैक्सीन लगाने के बाद अब तक 541 लोगों को साइड इफेक्ट हुआ है. वैक्सीन के साइड इफेक्ट को लेकर पहले भारत बायोटेक ने फैक्टशीट जारी की थी. अब सीरम इंस्टीट्यूट ने भी बताया है कि किन लोगों को कोविशील्ड लगानी चाहिए और किन्हें इससे परहेज करना चाहिए.
सीरम की ओर से जारी फैक्टशीट में बताया गया है कि अगर आप रोजाना कोई दवा ले रहे हैं. कुछ दिनों से बुखार है. खून की कोई बीमारी है, तो आपको कोविशील्ड वैक्सीन नहीं लेनी चाहिए. वहीं, प्रेग्नेंट महिलाएं और ब्रेस्ट फीडिंग कराने वाली महिलाओं को भी वैक्सीन की खुराक नहीं लेनी है.
सीरम ने बताया किन्हें नहीं लगवानी चाहिए वैक्सीन:-
>>अगर आपको किसी दवा, खाने के चीज या किसी दूसरी वजह से कोई एलर्जी हुई है, तो कोविशील्ड बिल्कुल न लगाएं.
>>अगर आपको बुखार या जुकाम है, तो भी वैक्सीन नहीं लगानी है.
>>अगर थैलसिमिया के पेशेंट हैं या थी ब्लड की बीमारी है, तो आपको वैक्सीन का डोज बिल्कुल नहीं लेना है.
>>अगर कोई महिला प्रेग्नेंट हैं या फिर बच्चा प्लान करने की तैयारी कर रही हैं, तो उन्हें वैक्सीन नहीं लगानी है.
>>ब्रेस्ट फीडिंग करा रही मांओं को भी वैक्सीन की खुराक नहीं लेनी है.
>>अगर आपने कोविड के खिलाफ पहले से कोई टीका ले लिया है, तो आपको कोविशील्ड नहीं लगानी है.
>>इसके अलावा पहली डोज के बाद अगर कोई एलर्जी हुई तो उन्हें वैक्सीन नहीं लेनी चाहिए.
सीरम इंस्टीट्यूट के मुताबिक, वैक्सीन की पहली डोज देने के बाद 4 से 6 सप्ताह के बीच वैक्सीन की दूसरी डोज दी जानी चाहिए. इस वैक्सीन के एक डोज की कीमत 200 रुपए होगी. SII ने जारी फैक्टशीट में यह भी कहा कि हो सकता है कि कोविशील्ड वैक्सीन सबका बचाव ना कर सके. कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों को इस वैक्सीन से हल्के साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं. अगर ऐसा होता है तो तुरंत वैक्सीनेटर को बताएं.
कोविशील्ड के संभावित साइड इफेक्ट्स क्या हैं?
कंपनी ने बताया है कि अभी तक जो साइड इफेक्ट्स रिपोर्ट किए गए हैं. हालांकि जरूरी नहीं कि सबमें ये साइड इफेक्ट्स होगी ही. जो साइड इफेक्ट्स अब तक आम तौर पर (10 में एक से ज्यादा व्यक्ति को प्रभावित करते हैं) रिपोर्ट हुए हैं उनमें, इंजेक्शन लगाने जाने की जगह पर दबाने से दर्द, गर्माहट, लाल हो जाना, खुजली, दर्द, सूजन या घाव भी शामिल है. इसके अलावा तबियत ठीक नहीं लगना, थकान महसूस होना (कमजोरी), कंपकंपी या बुखार लगना, सिरदर्द, जोड़ों में या मांसपेशियों में दर्द भी हो सकता है.
इसके अलावा जो बहुत आम साइड इफेक्ट्स (10 में से एक व्यक्ति को प्रभावित करते हैं) भी हैं. इंजेक्शन लगने के स्थान पर गांठ बनना, बुखार, तबियत खराब लगना (उल्टी आना), फ्लू जैसे लक्षण, जैसे कि बुखार, गले में खराश, बहती नाक, खांसी और कंपकंपी भी हो सकती है. जो साइड इफेक्ट्स आम नहीं है (जो 100 में से 1 व्यक्ति को प्रभावित करते हैं), उनमें चक्कर आना, भूख में कमी, पेट में दर्द, अधिक पसीना आना, त्वचा में खुजली या चकत्ते जैसे लक्षण शामिल हैं. हालांकि कंपनी ने यह भी कहा कि यह कोविशील्ड के साइड इफेक्ट्स की पूरी सूची नहीं है, इसके अलावा दूसरे लक्षण भी हो सकते हैं.
साइड इफेक्ट्स हो तो क्या करना चाहिए?
अगर आपको गंभीर एलर्जी होती है, तो नजदीकी अस्पताल में तुरंत संपर्क करना चाहिए या वहां चले जाना चाहिए. इसके अलावा हेल्थकेयर वर्कर से बात करें. कंपनी ने कहा कि अगर कोई साइड इफेक्ट होता है तो उसकी जानकारी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया को भी दे सकते हैं. जिसके लिए टोल फ्री नंबर है- 18001200124. वहीं ईमेल के जरिये भी आप अपने सवाल भेज पाएंगे, pharmacovigilance@seruminstitute.com
क्या वैक्सीन लगाने से भी कोरोना संक्रमण हो सकता है?
ऐसा नहीं है. कोविशील्ड वैक्सीन में SARS-CoV-2 मौजूद नहीं है और इससे कोरोना संक्रमण नहीं हो सकता है. इसके अलावा कंपनी ने कहा है कि वैक्सीन लगाने से पहले हेल्थकेयर वर्कर्स से जरूर सारी जानकारी लें.