India Innovation index: इस सूचकांक में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को तुलना के लिहाज से 17 प्रमुख राज्यों, 10 पूर्वोत्तर और पहाड़ी राज्यों तथा नौ शहरी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित किया गया है.
नीति आयोग (NITI Aayog) द्वारा बुधवार को जारी दूसरे नवाचार सूचकांक यानि इनोवेटिव इंडेक्स में कर्नाटक, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, तेलंगाना और केरल को शीर्ष पांच राज्यों में स्थान मिला. आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार (Rajeev Kumar) और सीईओ अमिताभ कांत (Amitabh Kant) द्वारा जारी सूचकांक को ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स (Global Innovation Index) की तर्ज पर विकसित किया गया है. सूचकांक में झारखंड, छत्तीसगढ़ और बिहार का स्थान सबसे नीचे रहा.
भारत नवाचार सूचकांक 2020 नवाचार को बढ़ावा देने के प्रयासों तथा उनके सापेक्ष प्रदर्शन के आधार पर राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को स्थान देता है. इस सूचकांक का मकसद नवचार के क्षेत्र में राज्यों की ताकत और कमजोरियों का पता लगाकर उन्हें इस दिशा में मजबूती लाने के लिए प्रेरित करना है. इस सूचकांक में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को तुलना के लिहाज से 17 प्रमुख राज्यों, 10 पूर्वोत्तर और पहाड़ी राज्यों तथा नौ शहरी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित किया गया है.
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इनोवेटिव इंडेक्स का दूसरा संस्करण जारी किया गया. इस इंडेक्स में राज्यों को उनके इनोवेशन क्षेत्र में किए गए कामों के आधार पर रैंक दी गई. खास बात है कि इंडेक्स का पहले एडिशन अक्टूबर 2019 को लॉन्च हुआ था. इंडेक्स में राज्यों और केंद्र शासित राज्यों की कमियों और मजबूती को दिखाते हुए उन्हें अपनी इनोवेशन नीति को सुधारने के लिए सशक्त किया जाएगा. इसे राज्यों के बीच एक प्रतिस्पर्धा भी शुरू होगी. राज्यों और केंद्र शासित राज्यों को रैंक करने के तरीके को इस तरह से तैयार किया गया है कि प्रदेश इनोवेशन के मामले में राष्ट्रीय स्तर पर सीख ले सकें
साल 2019 के मिले आंकड़ों के हिसाब से कर्नाटक, तमिलनाडु और महाराष्ट्र शीर्ष तीन में शामिल थे. 17वें नंबर पर झारखंड था. वहीं, उत्तरपूर्वी और पहाड़ी राज्यों में सिक्किम पहले नंबर पर था. जबकि, केंद्र शासित प्रदेशों के मामले में पहले नंबर पर मौजूद राजधानी दिल्ली का प्रदर्शन सबसे बढ़िया था. यहां लक्षद्वीप को 8वां स्थान मिला था.