आरआई की दिल्ली और लखनऊ की टीम ने गुरुवार को संयुक्त अभियान के तहत म्यांमार के रास्ते भारत भेजे गए करीब 55.61 किलो ग्राम अवैध सोने का पता लगाया, जिसकी कीमत करीब 28
राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) की जांच टीम को उस समय बड़ी सफलता हाथ लगी जब उन्होंने म्यांमार से भारत भेजे जा रहे अवैध सोने की तस्करी का पता लगाते हुए 8 तस्करों को पकड़ लिया. डीआरआई की दिल्ली और लखनऊ की टीम ने गुरुवार को संयुक्त अभियान के तहत म्यांमार के रास्ते भारत भेजे गए करीब 55.61 किलो ग्राम अवैध सोने का पता लगाया, जिसकी कीमत करीब 28 करोड़ रुपये बताई जा रही है.
बता दें कि देश में लॉकडाउन खत्म होने और आर्थिक गतिविधियों में तेजी आने के बाद से भारत में विदेशी सोन की तस्करी बढ़ गई है. लॉकडाउन में हवाई और रेल सेवाओं पर रोक लगा दिए जाने के बाद से तस्करों ने अपने काम करने के तरीके में काफी बदलाव किया है. यही कारण है कि डीआरआई की टीम भारत-म्यांमार सीमा पर पिछले काफी समय से चल रही अवैध सोने की तस्करी पर नजर बनाए हुए थी.
भारत-म्यांमार सीमा पर नजर रखने के दौरान डीआरआई की टीम को खुफिया जानकारी मिली थी कि कुछ लोग म्यांमार से सड़क के रास्ते सोने की तस्करी कर रहे हैं. खुफिया जानकारी के आधार पर डीआरआई की दिल्ली और लखनऊ की टीम ने जाल बिछाया और 55.61 किलो ग्राम सोने के साथ आठ लोगों को पकड़ लिया. बता दें कि पिछले 6 महीनों में डीआरआई कद जांच टीम ने काफी मात्रा में सोने की तस्करी का पता लगाया है. नवंबर 2020 में डीआरआई गुवाहाटी की टीम ने 51.33 किलोग्राम तस्करी का सोना पकड़ा था. जबकि डीआरआई दिल्ली की टीम ने अगस्त 2020 में 84 किलोग्राम और नवंबर 2020 में 66 किलोग्राम तस्करी का सोना जब्त किया गया था.
कैसे की जा रही है सोने की तस्करी
डीआरआई के जांच अधिकारियों के मुताबिक लॉकडाउन के बाद से सोने की तस्करी का तरीका बदल गया है. तस्कर अब सोने की तस्करी को अलग तरीके से करने लगे हैं. यही कारण है कि इस बार डीआरआई ने तस्करों को पकड़ने के अपने अभियान का नाम “गोल्डन ट्राएंगल” दिया गया था. खबर है कि तस्करों ने अपनी बेल्ट में सोने के बिस्किट छुपा रखे थे. आठ तस्करों में से पांच को डीआरआई दिल्ली ने जबकि तीन तस्करों को लखनऊ के जोनल यूनिट के अधिकारियों ने पकड़ा है. पकड़े गए तस्करों के पास से 335 सोने के बिस्किट पाए गए हैं, जिनका वजन 55.61 किलोग्राम है. पकड़े गए तस्करों से पूछताछ जारी है.