सितपुरा समिति के प्रबंधक का वेतन सिर्फ 8,000 रुपए लेकिन, उसने संपत्ति बना ली करोड़ों रुपए की। आय से अधिक संपत्ति का यह मामला लोकायुक्त की छापेमारी में सामने आया। लोकायुक्त टीम ने मंगलवार सुबह सुबह राजमणि मिश्रा के घर सहित तीन ठिकानों पर दबिश दी। प्रारंभिक जांच में 2 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति का पता चला है। लोकायुक्त टीम ने मिश्रा के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने की शिकायत मिलने के बाद यह कार्रवाई की है। लोकायुक्त इंस्पेक्टर मोहित सक्सेना के नेतृत्व में 25 सदस्यीय टीम जांच-पड़ताल कर रही है। जांच के कुछ घंटों में समिति प्रबंधक मिश्रा की काली कमाई का सच सामने आने लगा। टीम के हाथ 2 करोड़ से अधिक की चल-अचल संपत्ति का ब्योरा लगा है। जांच दल ने उसके तीन मकानों पर एक साथ कार्रवाई की। छापेमारी में मिश्रा के घर पर पौने 3 लाख रुपए नकद, 4 मकान तथा 16 एकड़ कृषि भूमि के दस्तावेज मिले हैं। चार में से एक मकान सतना शहर की सिंधी कैंप कॉलोनी में है। इसके अलावा उसके घर से लाखों रुपए के जेवरात भी मिले हैं।
टीम का नेतृत्व कर रहे TI सक्सेना ने बताया कि शिकायत मिली थी। उसी के आधार पर जांच की जा रही है। तीन ठिकानों पर कार्रवाई चल रही है। सतना शहर में भी एक मकान का पता चला है, वहां भी टीम भेजी गई है।
बड़े संस्थाओं में शामिल है सितपुरा सोसायटी
सतना जिले की बड़ी सोसायटियों में शामिल सितपुरा सोसायटी का समिति प्रबंधक राजमणि मिश्रा वर्ष 1999 से शासकीय सेवा में है। मौजूदा समय में उसकी तनख्वाह सिर्फ 8 हजार रुपए प्रतिमाह है। उसके वेतन और कृषि समेत आय के सभी ज्ञात स्रोतों से उसकी आमदनी अब तक मात्र 14 लाख रुपए आंकी गई है। पर हकीकत में इस आय के मुकाबले उसके पास 2 करोड़ से अधिक की संपत्ति पाई गई है। मिश्रा के खिलाफ शिकायत लोकायुक्त रीवा को मिली थी। उसकी तस्दीक के बाद FIR दर्ज की गई थी।