पाकिस्तान के बालाकोट में दो साल पहले एयर स्ट्राइक को यादगार बनाए रखने के लिए इंडियन एयरफोर्स ने शनिवार को एक बार फिर लंबी दूरी तय कर लक्ष्य पर प्रहार कर अपनी क्षमता दर्शा दी। एयरफोर्स के 5 मिराज-2000 फाइटर जेट्स ने ग्वालियर एयर बेस से उड़ान भर पोकरण की चांदण फायरिंग रेंज में बम बरसाए।
इसमें बालाकोट पर बम बरसाने वाले मिराज फाइटर जेट ही इस्तेमाल में लिए गए। साथ ही उन्हीं पायलट्स ने उड़ान भरी जिन्होंने बालाकोट पर बम बरसाए। इस अवसर पर एयर चीफ आरकेएस भदौरिया ने भी मिराज से उड़ान भरी। हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि बम बरसाने वाले मिराज विमानों में वे शामिल थे या नहीं।
इस कारण एयरफोर्स ने किया प्रदर्शन?
एयरफोर्स बालाकोट एयर स्ट्राइक को यादगार बनाए रखने के लिए कुछ अलग हट कर करना चाहती थी। ऐसे में बालाकोट के समान ही लंबी दूरी तय कर एयर स्ट्राइक कर अपनी ताकत प्रदर्शित करने का फैसला किया। ग्वालियर से पोकरण की सड़क मार्ग से दूरी 812 किलोमीटर है। जबकि एयर डिस्टेंस कम होकर करीब 615 किलोमीटर रहती है।
बालाकोट में भी इतनी ही दूरी तय कर भारतीय फाइटर्स ने बम बरसाए थे। इस कारण ग्वालियर एयरबेस को चुना गया। जैसलमेर के पोकरण स्थित चांदण में एयरफोर्स की फायरिंग रेंज है। यहां पर 6 लक्ष्य तैयार किए गए। एयरफोर्स के फाइटर्स ने शनिवार को इनमें से पांच पर बम बरसा इन्हें नष्ट कर दिया। सारे निशाने एकदम सटीक रहे।
एयरफोर्स ने पुलवामा का दिया जवाब
एयरफोर्स के लड़ाकू विमानों ने 26 फरवरी 2019 को नियंत्रण रेखा के पार जाकर बालाकोट में आतंकवादी ठिकानों को नष्ट कर दिया था। जम्मू कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी 2019 को आतंकवादियों के हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे, जिसके जवाब में यह कार्रवाई की गई थी।