आईआईटी में अब शहर की समस्याओं के समाधान को लेकर भी रिसर्च होगी। आईआईटी कैंपस में आयोजित सिटी नॉलेज व इनोवेशन क्लस्टर की बैठक में जिला प्रशासन, उच्च शैक्षणिक संस्थान, रिसर्च इंस्टीट्यूट्स व इंडस्ट्रलिस्ट ने इस पर चर्चा की। संभागीय आयुक्त डाॅॅ. राजेश शर्मा, जिला कलेक्टर इंद्रजीत सिंह, आईआईटी डायरेक्टर प्रो. शांतनु चौधरी व जेडीए आयुक्त कमर जमाल चौधरी की मौजूदगी में विशेषज्ञों ने शहर व जिले के विकास पर विचार-विमर्श किया। केंद्र सरकार की ओर से देशभर में 6 अलग-अलग क्लस्टर स्थापित किए जाने हैं, जिनमें से एक सिटी नॉलेज एंड इनोवेशन क्लस्टर जोधपुर आईआईटी में स्थापित किया गया है।
इसमें केंद्र सरकार की ओर से करीब 9.47 करोड़ रुपए का निवेश किया जाएगा। इस क्लस्टर के तहत चार कार्य किए जाएंगे। इस अवसर पर संभागीय आयुक्त डाॅ. शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार की मंशा है कि आमजन को विकास कार्यों का गुणवत्तापूर्ण व शीघ्र लाभ मिले। राज्य सरकार के लिए चिकित्सा, शिक्षा, युवा, उद्योग, वन एवं पर्यावरण सहित समस्त विषय अत्यधिक महत्व के रहते हैं। वहीं जिला कलेक्टर इंद्रजीत सिंह ने कहा कि जिले के विकास के लिए प्रशासन समय-समय पर विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं, उद्यमियों का सहयोग लेकर विकास को गति देने का प्रयास कर रहा है।
आईआईटी डायरेक्टर प्रो. शांतनु चौधरी ने सिटी नॉलेज एंड इनोवेशन क्लस्टर के तहत किए जाने वाले कार्यों की जानकारी दी। बैठक में क्लस्टर के को-प्रिसिंपल इन्वेस्टीगेटर डॉ. एसआर वडेरा, इसरो के रीजनल रिमोट सेंसिंग सेंटर के जीएम डाॅ. एसएस राव, नगर निगम आयुक्त डाॅ. अमित यादव व रोहिताश्व तोमर, उद्योग विभाग की पूजा सुराणा, आयुर्वेद, काजरी के अधिकारियों के साथ जोधपुर इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष डॉ. गौतम कोठारी व अध्यक्ष एनके जैन, जोधपुर हैंडीक्राफ्ट एक्सपोर्टर्स फैडरेशन के अध्यक्ष नरेश बोथरा, सत्येंद्र जौहरी व राहुल सिंघवी सहित कई गणमान्य मौजूद थे।
मेडिकल टेक्नोलॉजी पार्क होगा विकसित
मेडिकल टेक्नोलॉजी पार्क के तहत एम्स जोधपुर के सहयोग से मेडिकल डाइग्नोस्टिस डिवाइस के लिए रिसर्च से इनोवेशन तक के कार्य होंगे। उपकरणों के प्रोडक्शन तक का कार्य रीको द्वारा स्थापित किए जाने वाले मेडिकल टेक्नोलॉजी पार्क में होगा। प्रो. सुरजीत घोष ने मेडिकल टेक्नोलॉजी पार्क पर प्रेजेंटेशन दिया।
जल-वायु संरक्षण के प्रभावी उपायों पर चर्चा
जोधपुर में बढ़ते भूजल स्तर, जल व वायु की गुणवत्ता बढ़ाने संबंधी विषयों पर गहन विचार-विमर्श किया गया। केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय के संयुक्त शासन सचिव नरेशपाल गंगवार के निर्देशानुसार आईआईटी जोधपुर के साथ मिलकर वायु प्रदूषण रोकने के विषय पर कार्य किया जाएगा। प्रो. पीके तिवारी ने प्रस्तुतिकरण दिया।
शहर को मिलेगा क्राफ्ट म्यूजियम
रोजगार को बढ़ावा देने व हस्तशिल्प प्रोत्साहन को ध्यान में रख जिले में क्राफ्ट म्यूजियम बनाए जाने की बात रखी गई। कलेक्टर ने एनआईएफटी की निदेशक विजया देशमुख को सुझाव दिया कि क्राफ्ट प्रदर्शनियां ऐसी जगह लगाएं, जहां अधिकाधिक आमजन लाभान्वित हो सकें। डॉ. काम्या शर्मा ने क्राफ्ट म्यूजियम पर प्रेजेंटेशन दिया।
क्राइम मैनेजमेंट डेश बोर्ड विकसित होगा
बैठक में क्राइम मैनेजमेंट डेश बोर्ड विकसित करने के लिए आईआईटी जोधपुर व पुलिस प्रशासन के समन्वय के साथ आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस विकसित कर जिले की क्राइम दर में कमी लाने पर चर्चा की गई। ट्रैफिक मैनेजमेंट व अन्य मुद्दों पर प्रशासन, पुलिस व आईआईटी के संयुक्त प्रयासों द्वारा बेहतर प्रबंधन पर चर्चा की।