छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय, कानपुर से संबद्ध कॉलेजों में ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन की परीक्षा की घोषणा कर दी गई है. कुलपति की अध्यक्षता में हुई बैठक में फैसला हुआ कि परीक्षाएं मई में शुरू होंगी.
कानपुर स्थित छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय से संबंद्ध कॉलेजों में ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन की वार्षिक परीक्षाएं मई में शुरू होंगी. यह फैसला मंगलवार को विश्वविद्यालय की परीक्षा समिति में लिया गया. विश्वविद्यालय जल्द ही परीक्षा का शेड्यूल जारी करेगा. इसके साथ 22 मार्च को आयोजित 35वें दीक्षांत समारोह में 31 शोधार्थियों को पीएचडी की डिग्री भी दी जाएगी.
कुलपति प्रो. डीआर सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में छात्रों व परीक्षाओं से संबंधित कई मुद्दों पर चर्चा हुई. इसमें फैसला लिया गया कि एलएलएम के तीसरे सेमेस्टर के छात्रों को प्रमोट कर दिया जाएगा. इनके रिजल्ट जल्द ही जारी करने के निर्देश दिए गए. कुलपति डीआर सिंह ने बताया कि दो फरवरी को शासन की ओर से जारी निर्देश के अनुसार परीक्षाएं मई में कराने की तैयारी है. इसके साथ ही बीएड की 2017-18 और 2018-19 के छात्रों की मौखिक परीक्षा नहीं हो पाई थी, उसे भी कराने की अनुमति दे दी गई है.
5 कॉलेज एक साल के लिए डिबार
वर्ष 2020 में वार्षक परीक्षा के दौरान 18 कॉलेज नकल कराते हुए पकड़े गए थे. इनकी जांच यूएफएम कमेटी ने की. इसमें से पांच कॉलेजों को नकल कराने का दोषी पाए जाने की वजह से एक वर्ष के लिए डिबार कर दिया गया है. जबकि 13 कॉलेजों को बरी कर दिया गया.
35 साल बाद होगा समस्या का समाधान
एक अनोखा मामला रखा गया. शशिलता गुप्ता के आवेदन पर चर्चा हुई. शशिलता ने वर्ष 1985 में बीएड की परीक्षा पास की थी. जिसमें ऐच्छिक विषय अंग्रेजी के बजाए अर्थशास्त्र हो गया है. इस मामले में कुलपति ने परीक्षा नियंत्रक को जांच कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.