भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने गुरुवार को कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (PSBs) के निजीकरण को लेकर सरकार के साथ विचार-विमर्श जारी है। एक कार्यक्रम में बोलते हुए दास ने कहा कि PSB के निजीकरण की प्रक्रिया निश्चित रूप से आगे बढ़ेगी।
क्रिप्टोकरेंसी को लेकर सरकार के सामने चिंता जताई
आरबीआई गवर्नर ने कहा कि हमने क्रिप्टोकरेंसी को लेकर सरकार के सामने अपनी चिंता जाहिर की है। अभी क्रिप्टोकरेंसी को लेकर परीक्षण चल रहा है। सरकार जल्द ही इसके संबंध में फैसला कर लेगी। उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि क्रिप्टोकरेंसी को लेकर सरकार और आरबीआई के विचारों में कोई मतभेद नहीं है। आरबीआई की ओर से लाई जाने वाली डिजिटल करेंसी अलग है और इसका मौजूदा समय में प्रचलित क्रिप्टोकरेंसी से कोई लेना-देना नहीं है।
वित्त वर्ष 2022 में 10.5% से कम ग्रोथ की उम्मीद नहीं
शक्तिकांत दास ने कहा कि आर्थिक गतिविधियों में रिवाइवल बिना किसी रोक-टोक जारी रहना चाहिए। वित्त वर्ष 2022 में आरबीआई 10.5% से कम ग्रोथ की उम्मीद नहीं कर रहा है। आरबीआई गवर्नर ने कहा कि देश में कोविड-19 के बढ़ते मामले चिंता का विषय हैं, लेकिन इससे निपटने के लिए हमारे पास इस बार अतिरिक्त उपाय मौजूद हैं। कोविड-19 के कारण इस बार पिछले साल जैसे लॉकडाउन की आशंका नहीं है।
इकोनॉमी में रिकवरी के लिए प्रतिबद्ध है आरबीआई
गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि आरबीआई इकोनॉमी में रिकवरी के लिए सभी प्रकार के प्रयास करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस दौरान मूल्य स्थिरता, वित्तीय स्थिरता का भी ध्यान रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि हमने लोगों को डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर (डीबीटी) के लिए पिछले साल 274 करोड़ डिजिटल ट्रांजेक्शन किए। आरटीजीसी में मल्टी करेंसी की क्षमता है। दास के मुताबिक, यह पता लगाने की आवश्यक्ता है कि क्या आरटीजीसी को भारत से बाहर भी प्रचलन में लाया जा सकता है।
फाइनेंशियल सेक्टर में इनोवेशन की आवश्यकता
फाइनेंशियल सेक्टर में बेहतर सर्विस डिलिवरी के लिए इनोवेशन की आवश्यकता पर जोर देते हुए शक्तिकांत दास ने कहा कि इसके लिए प्रभावी रेगुलेशन होना चाहिए। इससे फिनटेक स्पेस में इनोवेशन में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक के लिए प्रभावी रेगुलेशन प्राथमिकता में है। गवर्नर ने कहा कि मजबूती पूंजी आधार के साथ बैंकिंग सेक्टर की हेल्थ को बेहतर बनाए रखना आरबीआई की नीतिगत प्राथमिकता में है।