कोरोना की दूसरी लहर की वजह से देश में चरमाई मेडिकल व्यवस्था को संभालने के लिए केंद्र सरकार एक्शन में आ गई है। इसी के मद्देनजर सरकार ने गुरुवार को अगले 3 महीने के लिए वेंटिलेटर, ऑक्सीजन जेनेरेटर समेत 17 मेडिकल डिवाइसों को इंपोर्ट करने को मंजूरी दे दी।
सरकार ने जिन डिवाइसों को मंजूरी दी है, उनमें नेबुलाइजर्स, ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर्स, CPAP डिवाइस, ऑक्सीजन कैनिस्टर, ऑक्सीजन जेनेरेटर और वेंटिलेटर्स जैसी जरूरी चीजें शामिल हैं। इससे कोरोना के खिलाफ चल रही लड़ाई में मदद मिलेगी। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने सोशल मीडिया के जरिए इसकी जानकारी दी।
1 लाख पोर्टेबल ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स ऑर्डर किए गए
इससे पहले केंद्र सरकार ने PM केयर्स फंड से 1 लाख पोर्टेबल ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स और 500 प्रेशर स्विंग एडसोर्पशन (PSA) ऑक्सीजन प्लांट खरीदने का फैसला किया था। PMO के मुताबिक, केंद्र सरकार ने पहले से ही 713 PSA प्लांट के ऑर्डर दिए हुए हैं। बुधवार को फिर 500 प्लांट के नए ऑर्डर दिए गए।
अगले तीन महीने में होंगे तैयार
PSA प्लांट घरेलू मैन्यूफैक्चरर्स तैयार करेंगे। इन कंपनियों को रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) और वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (CSIR) द्वारा विकसित तकनीक सौंपी जाएगी। DRDO अगले तीन महीने में इन्हें देशभर में लगाएगा।
रेलवे ने 4 राज्यों को 510 मीट्रिक टन ऑक्सीजन सप्लाई की
रेलवे भी राज्यों को जल्द से जल्द मेडिकल ऑक्सीजन पहुंचाने के लिए ऑक्सीजन एक्सप्रेस चला रही है। 19 अप्रैल को पहली बार मुंबई से विजाग के लिए ट्रेन भेजी गई। अब तक चार राज्यों को 510 मीट्रिक टन ऑक्सीजन सप्लाई की जा चुकी है। इसमें उत्तर प्रदेश को 202 MT, महाराष्ट्र को 174 MT, दिल्ली को 70 MT और मध्यप्रदेश को 64 MT मेडिकल ऑक्सीजन भेजा गया है।