जोधपुर शहर में ठगी का अनोखा मामला सामने आया है. शहर के एक रिटायर्ड कर्मचारी ने 5 लाख के लोन के लिए 12 लाख रुपए गंवा दिए. शातिर ठग ने 20 दिन में इस रिटायर्ड कर्मचारी को झांसे में लेकर 12 लाख रुपए ठग लिए. इस बीच रिटायर्ड कर्मचारी ने शातिर ठग के खिलाफ मामला दर्ज करवा दिया है. वहीं, पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.
दरसअल, बीएसएनएल के रिटायर्ड कर्मचारी के साथ एक निजी फाइनेंस कर्मचारी बन एक शातिर ठग ने 12.90 लाख रुपए की ठगी कर ली. इस ठगी में शातिर ठग ने 20 दिनों में अलग-अलग बहानों से रिटायर्ड कर्मचारी से 12.90 लाख रुपए अपने खाते में जमा करवा दिए. 5 लाख के लोन के लालच में 12.90 लाख हड़पने के बाद शातिर ठग ने अपना मोबाइल बंद कर दिया. उसके बाद रिटायर्ड कर्मचारी को अपने साथ इस ठगी का अहसास हुआ.
12.90 लाख गंवाने के बाद पुलिस से मांगी मदद
बासनी पुलिस के एसआई जेठाराम ने बताया कि बासनी प्रथम फेस के रहने वाले बीएसएनएल रिटायर्ड कर्मचारी बाबूलाल ने दीपक नाम के शातिर ठग के खिलाफ 12.90 लाख ठगी का मामला दर्ज करवाया है. दीपक ने 7 अप्रेल को बजाज फाइनेन्स कंपनी के नाम से बाबूलाल को फोन कर 5 लाख के लोन की जानकारी दी थी. बाबूलाल 5 लाख के लोन के लालच में आ गया और 20 दिनों में उसने दीपक के खाते में 12.90 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए. इस बीच बासनी थाना पुलिस ने दीपक के खिलाफ मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है.
प्रोसेज फीस से शुरू हुआ सिलसिला
बाबूलाल से दीपक ने 7 अप्रैल को प्रोसेस फीस के नाम पर 5500 रुपए अपने खाते में ट्रांसफर करवाए. उसके बाद 20 दिनों में अलग- अलग खातों में बाबूलाल ने 12.90 लाख रुपए दीपक के कहे अनुसार खातों में ट्रांसफर कर दिए. हैरानी की बात इतने रुपए ट्रांसफर करने के बाद जब दीपक का मोबाइल बंद हुआ तब बाबूलाल को ठगी का अहसास हुआ.