जयपुर पुलिस पर शराब के नशे में होने के आरोप अक्सर लगते रहे हैं। ताजा मामला मानसरोवर एसीपी का सामने आया है। मानसरोवर एसीपी संजीव चौधरी पर वकीलों ने बुधवार देर रात मुहाना में गाड़ी रोककर मारपीट करने के आरोप लगाए हैं। वकीलों का कहना है कि एसीपी ने धमकी देकर मुहाना थाने में आने को कहा। जब वे थाने पहुंचे तो एसीपी मिले ही नहीं।
वकीलों ने मुहाना थाने में मारपीट किए जाने की रिपोर्ट दर्ज कराई है। डीजीपी राजस्थान को भी देर रात फोन किया। साथ ही पुलिस कंट्रोल रूम में भी शराब के नशे में मारपीट किए जाने की सूचना दी। कंट्रोल रूम में शिकायत का एक ऑडियो भी सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है।
दुर्गापुरा में पंचशील एंक्लेव में रहने वाले रोहन शक्तावत ने बताया कि वह राजस्थान हाईकोर्ट में एडवोकेट है। वे बुधवार रात को मित्रों के साथ मिलने मुहाना रोड की तरफ आया था। वंदे मातरम सर्किल के पास गाड़ी को साइड में खड़ी करके वह फोन पर बात कर रहा था। अचानक एक सरकारी गाड़ी आकर रूकी। गाड़ी पर बत्ती लगी थी और पुलिस का निशान लगा था। गाड़ी से पुलिस की वर्दी पहने एक अधिकारी उतर कर आए। वर्दी पर संजीव चौधरी की नेम प्लेट लगी हुई थी। जो मानसरोवर एसीपी हैं। वो पास में खड़े होकर गाड़ी की चाबी मांगने लगे। उनके मुंह से शराब की बदबू आ रही थी। उसने चाबी मांगने का कारण पूछा तो वे गाली गलौच करने लग गए। जोर-जोर से चिल्लाने लग गए।
हाथापाई करने लगे एसीपी मानसरोवर
रोहन का कहना है कि एसीपी मानसरोवर ने उनके साथ धक्का-मुक्की शुरू कर दी। इसके बाद हाथापाई करने लग गए। एसीपी को उन्होंने बताया कि वे वकील है। उनके साथी मित्र भी वकील है और आप सबके सामने मारपीट कर ऐसा दुर्व्यवहार कर रहे हैं। इसके बाद वे लड़खड़ाते हुए गाड़ी की ओर जाने लगे और धमकाते हुए बोले कि मुहाना थाने आ जाओ। रोहन अपने साथी वकील के साथ मुहाना थाने पहुंचे तो वहां पर एसीपी पहुंचे ही नहीं। तब उन्होंने मुहाना थाने में रिपोर्ट लिखकर दी। पुलिस ने उनकी रिपोर्ट लेने से मना कर दिया। मुहाना थानाधिकारी लखन खटाणा भी रात को थाने पहुंच गए। इसके बाद डीजीपी राजस्थान को भी वकीलों ने फोन किया। पुलिस कंट्रोल रूम में उन्होंने फोन कर पूरी घटना की जानकारी दी। कंट्रोल रूम का भी ऑडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। कंट्रोल रूम में सूचना देने के बाद उनकी रिपोर्ट ली गई।