राजनांदगांव जिले में नक्सली बनकर माचिस की डिब्बी में धमकी भरे पत्र को देने वाला आरोपी युवक गिरफ्तार हुआ है। वह पिछले तीन दिनों से शहर के टेक्सटाइल व्यापारी को धमकी भरे पत्र घर के बाहर फेंक रहा था। और अपने आपको पत्र के माध्यम से नक्सली बता रहा था। वह व्यापारी से 20 लाख रुपए की मांग कर रहा था।
धमकी भरे पत्र से रुपए की मांग
शहर के निर्मल टैक्सटाईल्स के मालिक राजू देवांगन के घर 3 दिनों तक अज्ञात व्यक्ति के द्वारा माचिस की डिब्बी में एक धमकी भरा पत्र भेजे जाने का मामला सामने आया। इस पत्र में आरोपी ने अपने आपको नक्सली बताते हुए 20 लाख रुपए देने की मांग कर रहा था। और किसी को भी बताने पर जान से मारने की धमकी दी। बताया जा रहा है कि वहीं रुपए नहीं देने पर उनके घर को आरडीएक्स लगाकर उड़ा देने की भी धमकी दी थी। पत्र को देखकर प्रार्थी राजू देवांगन और उनके परिवार के लोगों के होश उड़ गए। उन्होंने मामले की लिखित सूचना राजनांदगांव एसपी डी. श्रवण कुमार को दी। नक्सल प्रभावित जिला होने के कारण पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया, और इसके बाद पुलिस मामले की तफ्तीश में जुट गई। पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज को खंगाला, जिसमें देर रात एक व्यक्ति के द्वारा एक सफेद रंग के दो पहिया वाहन में आने की तसदीक़ हुई।
पुलिस ने फिर बनाया प्लान
एडिशनल एसपी प्रज्ञा मेश्राम ने बताया कि प्रार्थी को रुपए छोड़ने के लिए जिस ठिकाने का पता आरोपी युवक मनीष घरडे (25 वर्ष) ने बताया उस जगह को पहले से ही हम लोगों ने ट्रेस कर लिया था। फिर प्लान के हिसाब से प्रार्थी को वहां भेजा गया और उसे वहां एक पत्र लिखकर छोड़ने को कहा गया। जिसमें लिखा गया कि हम अभी 20 लाख रुपए नहीं दे सकते है, तो इस लिए मोहलत दी जाए। उसके बाद आरोपी ने रुपए घटाकर 5 लाख देने की मांग की। और धमकी देते हुए कहा कि अगर इतने रुपए नहीं दोगे तो ठीक नहीं होगा। इस बीच व्यापारी ने आरोपी को पहचान कर ली थी, क्यों कि वह 3 से 4 साल पहले वो इन्हीं की दुकान में काम करता था। उसके बाद आरोपी को फिर से उसी ठिकाने पर बुलाया गया, जहां उसे घेराबंदी करके पकड़ लिया गया।
माचिस की डिब्बी में धमकी भरा पत्र
बसंतपुर थाना प्रभारी लोमेश सोनवानी बताते है कि राजनांदगांव शहर के निवासी प्रार्थी राजू देवांगन की दुकान पर बसंतपुर के राजीव नगर निवासी आरोपी मनीष घरडे, पहले उनके वहां काम करता था। और व्यापारी की सारी गतिविधियों से वाकिफ था। आरोपी मनीष 3 दिनों तक देर रात एक माचिस की डिब्बी में धमकी भरा पत्र लिखकर व्यापारी के घर में शटर के भीतर डाल देता था। लगातार धमकी भरा पत्र मिलने से व्यापारी और उनके परिवार के लोग दहशत में थे। वही अब आरोपी को गिरफ्तार करने का बाद उन्होंने राहत की सांस ली है। पकड़े गए आरोपी के खिलाफ पुलिस ने अपराध कायम कर लिया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है।