भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) मुख्यालय के निर्देश पर जोधपुर शहर इकाई द्वारा बुधवार देर रात पुलिस थाना कल्याणपुर, जिला बाड़मेर पर आकस्मिक चेकिंग करते हुए पनावड़ा, पंचायत समिति बायतु के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्रिसिंपल जोगाराम सारण को दो अन्य व्यक्तियों और 20 लाख रुपये की नगदी के साथ पकड़ा गया है.
एसीबी के महानिदेशक भगवान लाल सोनी ने बताया कि एसीबी की जोधपुर इकाई को गोपनीय सूत्रों से सूचना मिली थी कि कुछ व्यक्ति बोलेरो कार से आरएएस परीक्षा 2018 की परीक्षा में उत्तीर्ण एक अभ्यर्थी को साक्षात्कार में अधिक अंक दिलाने के एवज में भारी धनराशि का लेनदेन करने जा रहे हैं. तब एसीबी जोधपुर शहर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भोपाल सिंह लखावत के नेतृत्व में सूचना का सत्यापन किया गया. इसके बाद उनकी टीम ने पुलिस थाना कल्याणपुर, जिला बाड़मेर पर आकस्मिक चेकिंग की और प्रिसिपल जोगाराम, बाडमेर में एक निजी स्कूल के संचालक ठाकराराम और किशनाराम नाम के शख्स को 20 लाख रुपये की नगदी के साथ पकड़ लिया. आरोपियों से एसीबी टीम द्वारा गहन पूछताछ की जा रही है है.
पूछताछ में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए.
प्रारंभिक पूछताछ में पता चला कि किशनाराम (दलाल) के जरिए ठाकराराम से उसके परिजन को साक्षात्कार में अधिक अंक देने के लिए जोगाराम प्रिंसिपल रिश्वत की मांग की थी. जोगाराम राजकीय सेवा में हैं और दोनों अन्य प्राइवेट व्यक्ति हैं. राजस्थान लोक सेवा आयोग के किसी सदस्य या कर्मचारी की कोई भूमिका होने की जानकारी अभी तक नहीं मिली है.
आरोपियों के ठिकानों पर हो छापामारी
एसीबी के अतिरिक्त महानिदेशक दिनेश एमएन के निर्देशन में आरोपी के आवास और अन्य ठिकानों पर एसीबी की टीमें तलाशी ले रही हैं. एसीबी द्वारा मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अन्तर्गत मामला दर्ज कर अग्रिम अनुसंधान किया जा रहा है.
कुछ दिनों पहले में सामने आया था एक मामला
पिछले दिनों आरपीएससी में भ्रष्टाचार का मामला सामने आया था. जहां परिवादी को आरएएस भर्ती परीक्षा में ज्यादा अंक दिलाने को लेकर आरपीएससी के एक कर्मचारी को 23 लाख रुपए की रिश्वत लेते पकड़ा गया था. इस मामले में एसीबी ने एक लाख भारतीय मुद्रा और 22 लाख डमी नोट लेते हुए पकड़ा था.