18 अगस्त 1945 के दिन नेताजी सुभाष चंद्र बोस के विमान हादसे की खबर ने भारत में हर किसी को जबरदस्त झटका दिया. हर कोई सदमे में था. हालांकि इस हादसे की खबर जापान ने हादसे के 05 दिनों बाद सार्वजनिक की थी. अब तक ये रहस्य बना हुआ है कि नेताजी का विमान हादसा हुआ भी था या ये केवल एक गढ़ी हुई खबर थी. बहुत सी किताबें और नेताजी के करीबी ये कहते हैं कि जापानियों ने सुभाष को अंग्रेजों से बचाने के लिए और उन्हें सुरक्षित अज्ञात स्थान पर पहुंचाने के लिए विमान हादसे की कहानी बनाई थी. सच्चाई क्या है, किसी को नहीं पता.
भारत में नेताजी के निधन के रहस्य को जानने के लिए 03 जांच आयोग बने. उसमें दो जांच आयोग कहते हैं कि उनका निधन विमान हादसे में ही हुआ जबकि तीसरा और आखिरी बना जस्टिस मनोज मुखर्जी जांच आयोग कहता है कि उनका विमान हादसे में नहीं हुआ था. विमान दुर्घटना हुई ही नहीं थी.