जोधपुर के चर्चित लवली कंडारा एनकाउंटर के पहले का एक लाइव वीडियो सामने आया है। लवली रातानाड़ा क्षेत्र में कार में अपने कुछ दोस्तों संग बैठा था। अचानक पहुंची पुलिस ने गैंगस्टर की कार को घेर लिया। उसे पकड़ना चाहा, लेकिन लवली का साथी कार को वहां से भगा ले गया।
इस दौरान रातानाड़ा थानाधिकारी लीलाराम अपनी पिस्टल के बट से कांच पर मार रहे हैं। इससे कांच टूट गया। शहर में आगे लवली और पीछे पुलिस की कार तेज रफ्तार के साथ भागती रही। इसका अंत हुआ डिगाड़ी फांटे के पास लवली के एनकाउंटर के साथ।
ऐसे हुई थी शुरुआत
वर्दी पहने हुए लीलाराम सादा कपड़े पहने अपने तीन कॉन्स्टेबल के साथ रातानाडा क्षेत्र में पहुंचे। उनकी कार रुकते ही तीन कॉन्स्टेबल बाहर निकल कर वहां खड़ी एक कार की तरफ बढ़े। दोनों साइड से कार को घेरकर दरवाजा खोलने का प्रयास किया, लेकिन लवली ने अंदर से दरवाजा व विंडो ग्लास बंद कर दिया। उसने कार भगाई, तो हाथ में पिस्तौल थामे लीलाराम अपनी कार से उतरकर लवली की कार की तरफ लपके। तब तक लवली की कार आगे बढ़ चुकी थी। लीलाराम ने अपनी पिस्तौल के बट से विंडो ग्लास पर मारा। लवली वहां से भाग निकला।
…और शुरू हुआ पीछा
लवली के भागते ही लीलाराम अपनी कार की तरफ बढ़े और तेजी से उसका पीछा करना शुरू किया। दोनों कारें शहर के व्यस्त मार्गों से बहुत तेजी से भागी। इस दौरान इंजीनियरिंग कॉलेज के पास ग्रीन गेट पर लवली की कार डिवाइडर पर चढ़ गई। तब तक लीलाराम की कार पास आ गई, लवली ने कांच खोलकर पुलिस की ओर हवाई फायर किया। पुलिस की कार रुकी। लवली की कार बैक लेती हुई पुलिस की कार को टक्कर मार निकल गई।
2 फायर लवली और 7 एसएचओ लीलाराम ने किए
मिलिट्री अस्पताल से होती हुई डिगाड़ी फांटा पर लवली की कार ने मोटरसाइकिल पर जा रहे दंपती को चपेट में लिया। इतने में लवली की कार रुक जाती है। लीलाराम की गाड़ी भी बगल में पहुंच गई। लीलाराम व लवली अपनी-अपनी गाड़ी में अगल-बगल हो गए और दोनों के हथियार एक-दूसरे के सामने थे। लवली की पहली गोली कार के बंपर पर लगी।
दूसरी गोली का खोल (कवर) दूसरे गेट से होता हुआ लीलाराम के पैरों के पास गिरा। एक और गोली चलानी चाही, लेकिन पिस्टल में फंसी रह गई। दो फायर होने पर लीलाराम ने ताबड़तोड़ 7 राउंड फायर किए। लवली को गोली सीधे नहीं लगी, कार के गेट को छेद कर निकली गोलियां उसके सीने, पसलियों व हाथ में घुस गईं। लवली गाड़ी में ही गिर पड़ा। ड्राइवर गेट खोल कर भागने लगा, तब लीलाराम ने 8वां फायर हवा में किया और उसे पकड़ लिया।