पेट्रोल-डीजल वैट कम करने को लेकर छत्तीसगढ़ में बीजेपी और कांग्रेस के बीच रार तेज हो गई है. एक्साइज ड्यूटी कम होने से तेल की आसमान छू रही कीमतों से जनता को थोड़ी राहत जरूर मिली है, लेकिन अब इस मुद्दे को लेकर बीजेपी-कांग्रेस के बीच टकराव देखने को मिल रहा है. बीजेपी शासित राज्यों ने वैट घटा दिया है, लेकिन छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केन्द्र सरकार को निशाने पर लेकर ये संकेत दिए हैं कि छत्तीसगढ़ में कोई राहत नहीं मिलने वाली.
बीजेपी प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव का कहना है कि बीजेपी शासित राज्यों ने वैट घटा दिया है. साथ ही, बीजेपी के सहयोगी राज्यों ने भी तेल के दामों में कटौती कर दी है. लेकिन, विपक्षी दलों द्वारा शासित राज्यों ने इस पर कोई फैसला नहीं लिया है. श्रीवास्तव का कहना है कि अब तक कांग्रेस ने पेट्रोल डीजल की कीमतों को लेकर राजनीति की, लेकिन अब दाम करने की बारी उनकी है. इधर, कांग्रेस संचार विभाग प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला का कहना है कि बीजेपी को वैट के मामले में बोलने का कोई हक नहीं है. क्योंकि, उन्होंने एक्साइज ड्यूटी 10 फीसदी बढ़ाकर 1 फीसदी कम कम की है. पहले केन्द्र सरकार को एक्साइज ड्यूटी कम करनी चाहिए.
दूसरी ओर, पंचायत, स्वास्थ्य और वाणिज्यिक कर मंत्री टीएम सिंहदेव ने वैट दरों में कमी के संकेत दिए हैं. उन्होंने कहा कि वैट टैक्स में कटौती को लेकर एक प्रस्ताव मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को भेजेंगे. इस विषय में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से चर्चा भी हुई थी. वैट कटौती पर फैसला अब मुख्यमंत्री करेंगे. वैट के रेट को काम करने पर विचार किया जा रहा है. वैट की कमी पर छत्तीसगढ़ में सियासत तेज हो गई है. वाणिज्यिक कर मंत्री टीएम सिंहदेव के बयान पर अब बीजेपी ने पलटवार किया है. बीजेपी का कहना है कि जनता को राहत देने सरकार को विचार करना होगा. जनता की भलाई के लिए सरकार प्रस्ताव बनाएगी. बीजेपी ने कहा कि राज्य सरकार तत्काल फैसला लेकर वैट की दर कम करें.
बीजेपी ने दी उग्र आंदोलन की चेतावनी
पेट्रोल-डीजल पर वैट कम करने को लेकर अब बीजेपी सरकार के खिलाफ लामबंद हो रही है. शनिवार को सरकार के खिलाफ भाजपा युवामोर्चा ने प्रदर्शन किया. वैट की दरों में कमी की मांग को लेकर युवामोर्चा ने राजधानी रायपुर के पेट्रोल पंप के सामने प्रदर्शन किया. बीजेपी नेता अमित साहू ने कहा कि अभी तो यब सांकेतिक प्रदर्शन है, आगे उग्र आंदोलन होगा.