सूरत. लाॅकडाउन में स्कूल बंद हाेने के बावजूद संचालक पिछले तीन महीने की फीस वसूलनी शुरू कर दी है। स्कूलों द्वारा अभिभावकों पर फीस जमा करने के लिए दबाव डाला जा रहा है। फीस न देने पर स्कूल बच्चों का रिजल्ट देने से साफ इनकार कर रहे हैं। इसी बीच प्रदेश के मुख्यमंत्री ने एक बार फिर कहा कि कोई भी स्कूल सितंबर तक फीस नहीं मांगेगा। फीस के लिए अभिभावकों पर दबाव डालने वालों स्कूलों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
चौंकाने वाली बात तो यह है कि राज्य सरकार के आदेश के बाद भी स्कूल फीस मांग रहे हैं और शिक्षाधिकारी से शिकायत करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। इससे स्कूलों की मनमानी और बढ़ गई है। लॉकडाउन के दौरान सभी स्कूल बंद हैं। बच्चे स्कूल नहीं गए। इसके बावजूद अभिभावकों से दो महीने का ट्रांसपोर्ट चार्ज भी वसूल लिया गया। अभिभावक स्कूलों के खिलाफ आंदोलन करने के मूड में हैं।
आज सोमवार को सुबह 10 बजे अभिभावक विबग्योर स्कूल में इकट्ठा होंगे और मार्च, अप्रैल, मई महीने की फीस और ट्रांसपोर्टेशन चार्ज वापस मांगेंगे। अभिभावकों ने कहा कि लॉकडाउन में स्कूल बंद था। बच्चों का न पढ़ाया गया और न ही वे स्कूल गए। बंद के दौरान स्कूल को फीस लेने का कोई अधिकार नहीं है। कांग्रेस, एनएसयूआई, एबीवीपी और सामाजिक कार्यकर्ता भी अभिभावकों के आंदोलन का समर्थन करेंगे।