झालावाड़. झालावाड़ मेडिकल कॉलेज के पैथोलॉजी विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर की पत्नी के नाम से कोटा में संचालित क्लिनिक की वेबसाइट को हैक कर दिया गया और वेबसाइट को मुक्त करने के लिए 2 हजार डॉलर की मांग की गई है। ऐसा नहीं करने पर डाटा का दुरुपयोग करने और बदनाम करने की धमकी दी गई है। इस पर डॉक्टर ने वेबसाइट हैंक करने वालों के खिलाफ केस दर्ज करवाया है।
मेडिकल कॉलेज पैथोलॉजी विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. योंगेंद्र मदान ने कोटा में दर्ज कराई रिपोर्ट में बताया कि उनकी पत्नी के नाम से कोटा तलवंडी में स्किननेस स्किन केयर एंड लेसेस क्लिनिक है। इसकी वेबसाइट डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू.स्किननेस.इन को रविवार को हैक कर दिया गया है। वेबसाइट हैक करने की जानकारी उनको ई-मेल के माध्यम से दी गई। ई-मेल में बताया कि उनकी वेबसाइट हैक कर दी गई है, उसे मुक्त कराने के लिए उनको 2000 डॉलर की मांग की गई।
हैक करने वालों ने डॉक्टर को ई-मेल भेजा है, इसमें जानकारी दी गई है कि अगर उन्होंने बिटकॉइन करेंसी में 2 हजार डॉलर नहीं दिए तो उननकी वेबसाइट का डाटा चोरी कर उसका दुरुपयोग किया जाएगा, इसके अलावा बदनाम करने की भी धमकी दी गई।
भास्कर नॉलेज : क्या है बिटकॉइन करेंसी
बिटकॉइन एक तरह की क्रिप्टोकरेंसी है। अंग्रेजी शब्द ‘क्रिप्टो’ का अर्थ गुप्त होता है। यह एक प्रक्रार की डिजिटल करेंसी है, जो क्रिप्टोग्राफी के नियमों के आधार पर संचालित और बनाई जाती है। बिटकॉइन को आप छू नहीं सकते यानी कि यह डिजिटल फॉर्म में ही रहती है। यही इसकी सबसे खास बात है। दूसरे शब्दों में आप इसे विकेंद्रीकृत डिजिटल करेंसी भी कह सकते हैं। बिटकॉइन का आविष्कार साल 2009 में सतोषी नाकामोटो ने जापान से किया था।
कैसे करता है यह काम?
बिटकॉइन विशेषज्ञ हितेश मालवीय का कहना है कि बिटकॉइन वर्चुअल कॉइन (कृत्रिम सिक्के) हैं, जो अपनी कीमत बनाने और बढ़ाने के लिए डिजाइन किए गए हैं। इस तरह पैसों के लेन-देन के लिए आपकों बैंकों तक जाने की जरूरत नहीं है। यदि आपके पास बिटकॉइन है, तो इसकी कीमत और वैल्यू उसी तरह मानी जाएगी जैसे ईटीएफ में कारोबार करते समय सोने की होती है। आप बिटकॉइन के जरिए ऑनलाइन शॉपिंग भी कर सकते हैं और इसे निवेश के रूप में भी रख सकते हैं।