राजस्थान के करौली जिले के सपोटरा इलाके में एक पुजारी को कुछ लोगों ने बुधवार को पेट्रोल डालकर जला दिया। जयपुर के SMS अस्पताल में इलाज के दौरान गुरुवार को पुजारी की मौत हो गई। पुलिस ने मुख्य आरोपी कैलाश मीणा को गिरफ्तार कर लिया है। बाकी आरोपियों की तलाश जारी है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर कहा है, “सपोटरा में बाबूलाल वैष्णव जी की हत्या अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण एवं निंदनीय है, सभ्य समाज में ऐसे कृत्य का कोई स्थान नहीं है। प्रदेश सरकार इस दुखद समय में शोकाकुल परिजनों के साथ है। घटना के प्रमुख आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है एवं कार्रवाई जारी है। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।”
पीड़ित ने कहा था- आरोपी मंदिर की जमीन पर कब्जा करना चाहते थे
पुलिस के मुताबिक, पीड़ित ने बताया था, “कैलाश मीणा अपने साथियों शंकर, नमो, किशन और रामलखन के साथ मंदिर के बाड़े पर कब्जा कर छप्पर लगा रहा था। मैंने विरोध किया तो पेट्रोल डालकर आग लगा दी। मेरा परिवार मंदिर की 15 बीघा जमीन पर खेती कर अपना गुजारा करता है।”
विवाद कैसे शुरू हुआ?
बाबूलाल वैष्णव सपोटरा तहसील के बूकना गांव के पुराने राधाकृष्ण मंदिर में पूजा करते थे। ग्रामीणों ने मंदिर के लिए खेती की जमीन दान दी थी, जो राजस्व रिकॉर्ड में मंदिर माफी में दर्ज है। करीब एक महीने पहले कुछ लोग जमीन पर कब्जा करने की कोशिश करने लगे। पुजारी ने पंच-पटेलों से शिकायत की थी। 4-5 दिन पहले भी गांव के 100 घरों की बैठक हुई थी, जिसमे पंचों ने पुजारी का समर्थन किया था।
मृतक के परिवार को मुआवजा देने की मांग
पुजारी की मौत की सूचना मिलते ही कई संगठनों के लोग SMS अस्पताल की मोर्चरी के बाहर प्रदर्शन करने पहुंच गए। उन्होंने मांग की है कि मृतक के परिवार को मुआवजा दिया जाए।