मार्च से बंद मुंबई की मेट्रो सर्विस सोमवार सुबह 8.30 बजे फिर से शुरू हुई। कोरोना को देखते हुए मेट्रो प्रशासन ने यात्रा में कई बदलाव किए हैं। पहले दिन सिर्फ 350 लोगों को यात्रा की अनुमति दी गई है। आम दिनों में इसमें 1350 यात्री ट्रैवल करते हैं। फिलहाल, यह मेट्रो घाटकोपर-वर्सोवा मेट्रो वन लाइन पर शुरू हुई है।
हालांकि, पहले दिन उम्मीद से कम ही लोग मेट्रो ट्रेनों में यात्रा करते हुए नजर आए। ज्यादातर लोग निश्चित दूरी पर बैठे और लगभग सभी ने चेहरे पर मास्क लगाया था। मुंबई की मेट्रो सेवा ईस्टर्न और वेस्टर्न इलाकों को आपस में जोड़ती है। इसलिए इसका शुरू होना यात्रियों के लिए एक बड़ी राहत है।
मेट्रो यात्रा-
- मेट्रो सेवाओं को सुबह 8.30 बजे से रात 8.30 बजे तक 11 किलोमीटर लंबी लाइन पर 12 घंटे तक चलाया जाएगा।
- मेट्रो की फ्रिक्वेंसी प्रतिदिन 200 और 8 मिनट कर दी गई है। पहले हर पांच मिनट पर स्टेशन पर ट्रेन आती थी।
- उपनगरीय लोकल ट्रेनों के विपरीत, सभी यात्रियों को मेट्रो ट्रेनों में अनुमति दी जाएगी। लोकल ट्रेनों में सिर्फ महिलाओं और जरुरी सेवाओं से जुड़े लोगों के यात्रा की अनुमति है।
- कोविड-19 से पूर्व एक ट्रेन में 1,350 लोगों की जगह अब केवल 350 लोग यात्रा कर सकेंगे।
यात्रियों के लिए मुंबई मेट्रो ने लिस्ट ऑफ ऑपरेशन जारी की
मेट्रो की यात्रा के नए नियम:
- यात्रियों को संक्रमण के जोखिम को कम करने के लिए प्लास्टिक के टोकन के बजाए पेपर टिकट और क्यूआर टिकट दिए जाएंगे। डिजिटल भुगतान को प्रोत्साहित किया जाएगा।
- कोच के अंदर के तापमान को 25 से 27 डिग्री सेल्सियस के बीच बनाए रखा जाएगा।
- नियमित रूप से सभी स्टेशनों और डिब्बों को सैनिटाइज किया जाएगा। नियम का पालन करवाने के लिए ट्रेन के अन्दर भी कर्मचारी मौजूद रहेंगे।
- ट्रेनों के शुरू होने से 15 मिनट पहले स्टेशन के गेट खोले जाएंगे। एंट्री और एक्जिट की अनुमति केवल कुछ रास्तों से होगी।
- यात्रियों को स्टेशनों पर थर्मल स्क्रीनिंग से गुजरना होगा, मास्क पहनना अनिवार्य होगा और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा, चाहे प्लेटफार्म हो या ट्रेन।
- ट्रेन में लगाए गए स्टीकर की जगह ही बैठ या खड़े हो सकते हैं। यात्रियों को न्यूनतम सामान ले जाने और मेटल की वस्तुओं से बचने की सलाह दी गई है।
- बच्चों और बुजुर्गों को मेट्रो में यात्रा न करने की सलाह दी गई है और आरोग्य सेतु ऐप का उपयोग करने को भी कहा है।