महाराष्ट्र में भाजपा के बड़े नेता एकनाथ खडसे ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि, अभी इसका औपचारिक ऐलान होना बाकी है। खडसे फडणवीस सरकार में मंत्री रह चुके हैं। पिछले कुछ दिन से अपनी उपेक्षा की वजह से वह पार्टी से नाराज चल रहे थे। इस बात की शिकायत भी वह कई बार पार्टी आलाकमान से कर चुके थे।
खडसे ने प्रदेशाध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल को इस्तीफा भेजा है। फिलहाल, अभी उनकी ओर से इस्तीफे को मंजूर किए जाने की पुष्टि नहीं की गई है। कहा जा रहा है कि एक-दो दिन (22 या 23 अक्टूबर) में वह राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) की सदस्यता ले सकते हैं। यह भी माना जा रहा है कि उनकी बेटी रक्षा खडसे भी राकांपा का दामन थाम सकती हैं।
कृषि मंत्री बनाए जाने की चर्चा
सूत्रों के अनुसार एकनाथ खडसे के बारे में अभी भी यह कहा जा रहा है कि एनसीपी में शामिल होने के बाद उन्हें एनसीपी कोटे से मंत्री पद भी दिया जा सकता है। यह भी कहा जा रहा है कि उन्हें कृषि मंत्री का पद मिल सकता है। खडसे मंत्रिपद जाने और विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं मिलने के बाद से पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और भाजपा आलाकमान से नाराज चल रहे थे।
भ्रष्टाचार के आरोप पर मंत्री पद छोड़ना पड़ा था
भाजपा के वरिष्ठ नेता एकनाथ खडसे फडणवीस सरकार में राजस्व मंत्री थे। साल 2016 में उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे। इस पर उनसे इस्तीफा देने को कहा गया था।
शरद पवार कर चुके हैं खडसे का समर्थन
सोमवार को एनसीपी प्रमुख शरद पवार खडसे की तारीफ करते नजर आए थे। उन्होंने कहा था- खडसे हाल ही में नेता प्रतिपक्ष रहे हैं और उन्होंने राज्य में भाजपा को स्थापित करने में अहम भूमिका निभाई है। पवार ने कहा- अगर किसी के योगदान और कड़ी मेहनत पर ध्यान नहीं दिया जाएगा तो वह परेशान होगा ही। उन्हें (खडसे) सोचना चाहिए कि उन्हें उस पार्टी में क्यों नहीं शामिल हो जाना चाहिए, जो उनके काम की सराहना करती है।
देवेंद्र फडणवीस ने कसा था तंज
खडसे के पिछले कई दिनों से भाजपा छोड़ने की चर्चा चल रही थी। इस मामले को जब मीडिया ने पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के सामने रखा था तो उन्होंने तंज कसते हुए कहा था- इस तरह के मुहूर्त के बारे में हर रोज ही बात होती है। वह इस पर कुछ नहीं बोलना चाहते हैं।
खडसे के समर्थक भी जॉइन कर सकते हैं राकांपा
संभावना भी जताई जा रही है कि एकनाथ खडसे जब एनसीपी में शामिल होंगे, तब उनके साथ रोहिणी खडसे खेवलकर समेत उनके कई समर्थक भी भाजपा छोड़कर एनसीपी में शामिल हो सकते हैं। हालांकि, भाजपा की ओर से कहा जा रहा है कि पार्टी में सब कुछ ठीक है।