भोपाल
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री श्रीमती संपतिया उईके ने मण्डला जिले के ग्राम टिकरवारा में प्रतिवर्ष अनुसार अपने पैतृक खेत में धरती मां को प्रणाम कर अपने परिजन के साथ धान के पौधों का रोपण किया। उन्होंने बताया कि धान के पौधों का रोपा गांव के लोग आपस में मिलकर लगाते हैं इसलिए रोपा लगाने के लिए आपसी समन्वय जरूरी है। खेती करने के लिए सामुदायिकता की यह परम्परा हमें मिलनसार, सहृदय और विनम्र बनाती है। ये समाज की वो परंपराएं हैं जो संस्कृति रूपी पौधों का रोपण करती हैं। इससे आपसी भाईचारा और सहयोग की भावना बढ़ती है। खेती करना किसानों के लिए उनकी जीविका का प्रमुख आधार है। मंडला जिले में अस्सी प्रतिशत लोग खेती कर अपना जीवन यापन करते है। किसानों के विकास की गति को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए सरकार किसानों की समृद्धि और खुशहाली के लिए प्रतिबद्ध है, जिससे सभी किसान शासन की योजनाओं का लाभ उठाकर समृद्ध व खुशहाल बन सकें।