फेक टीआरपी केस में मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच इंटेलिजेंस यूनिट ने अब तक 5 चैनलों के खिलाफ केस दर्ज किया है।
इन सभी चैनलों की पांच साल की अकाउंट डिटेल भी मांगी गई है। क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी ने बताया कि इन चैनलों के एकाउंट्स की जांच में वित्तीय अनियमितता पाई गई हैं। इन सभी चैनलों के मालिकों और उनके फाइनेंस डिपार्टमेंट से पिछले पांच साल के अकाउंट्स की जानकारी देने को कहा है। इस केस में अब तक कुल 8 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
पूछताछ में सामने आए दो और चैनलों के नाम
8 अक्टूबर को मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पैसे देकर फेक टीआरपी खरीदने के खेल का खुलासा किया था। उस दौरान तीन चैनलों पर केस दर्ज किया गया था। जिसमें रिपब्लिक टीवी, फख्त मराठी और बॉक्स सिनेमा शामिल थे। केस में गिरफ्तार किए गए आरोपी विश्वकर्मा और रामजी वर्मा से पूछताछ की गई। पूछताछ में दो और चैनलों के नाम सामने आए हैं। हालांकि पुलिस ने इनके नाम का खुलासा नहीं किया। लेकिन, इनमें एक न्यूज चैनल और एक म्यूजिक चैनल भी शामिल है।
रिपब्लिक के कई लोगों से हो चुकी है पूछताछ
मुंबई पुलिस इस केस में दो चैनलों के डायरेक्टर को गिरफ्तार कर चुकी है। वहीं रिपब्लिक टीवी के 6 से ज्यादा लोगों से पूछताछ कर चुकी है। 24 अक्टूबर को चैनल के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी को भी पूछताछ के लिए बुलाया गया है। उनसे पहले गुरुवार को रिपब्लिक टीवी के डिस्ट्रीब्यूशन हेड घनश्याम सिंह और एग्जिक्यूटिव एडिटर निरंजन स्वामी से पूछताछ हुई। क्राइम ब्रांच ने स्वामी से रिपब्लिक टीवी पर दिखाई गई हंसा चैनल की रिपोर्ट पर भी सवाल किए। पिछली बार पूछताछ में निरंजन स्वामी से हंसा की वह रिपोर्ट मांगी थी