मुंबई पुलिस ने शुक्रवार को रिपब्लिक टीवी चैनल के एडिटोरियल टीम के चार लोगों पर एनएम जोशी नगर पुलिस स्टेशन में केस दर्ज किया था। रिपब्लिक के डिप्टी एडिटर शवन सेन आज पूछताछ के लिए आज पुलिस स्टेशन पहुंचे हैं। उनसे पूछताछ जारी है। तीन बजे चैनल के कार्यकारी संपादक निरंजन नारायणस्वामी को भी थाने में बुलाया गया है। शवन सेन के साथ रिपब्लिक ग्रुप के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी भी पुलिस स्टेशन के बहार तक गए थे।
रिपब्लिक टीवी पर ‘विद्रोह’ खबर प्रसारित करने पर पुलिस ने यह कार्रवाई की गई थी। पुलिस ने इन चार के अलावा न्यूज पैकेज से जुड़े अन्य स्टाफ को भी आरोपी बनाया था। मामले में रिपब्लिक के डिप्टी एडिटर शवन सेन, चैनल के कार्यकारी संपादक निरंजन नारायणस्वामी, डिप्टी न्यूज एडिटर सागरिका मित्रा और एंकर शिवानी गुप्ता पर केस दर्ज हुआ था। उप निरीक्षक शशिकांत पवार की शिकायत पर पुलिस में असंतोष उत्पन्न करने और मानहानि का केस दर्ज किया गया था।
रिपब्लिक पर यह है आरोप
एफआईआर में कहा गया है कि आरोपियों ने गुरुवार को शाम 7 बजे से पुलिस अधिकारियों द्वारा मुंबई पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह के खिलाफ ‘विद्रोह’ को लेकर एक खबर चलाई थी। शिकायत में कहा गया है कि यह पुलिस बल के सदस्यों के बीच असंतोष पैदा करने और पुलिस की मानहानि के समान है।
अर्नब गोस्वामी का एफआईआर पर बयान
इस मामले में रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क के एडिटर-इन-चीफ अर्नब गोस्वामी ने कहा है कि, ‘1000 FIR तो बहुत कम है, तुम 1 करोड़ FIR दर्ज कराओ। हम जवाब देंगे। क्योंकि हम डरने वाले नहीं है। हम सच के लिए लड़ने वाले लोग हैं।’