भोपाल
वीआईटी भोपाल विश्वविद्यालय ने 5 अक्टूबर 2024 को अपने संस्थापक और चांसलर डॉ. जी विश्वनाथन, जिन्हें जीवी के नाम से जाना जाता है, को स्टेट यूनिवर्सिटी ऑफ न्यूयॉर्क, बिंघमटन, न्यूयॉर्क, यूएसए से उच्च शिक्षा क्षेत्र में उनके आजीवन योगदान के लिये डॉक्टर ऑफ लॉ की मानद उपाधि प्रदान किए जाने पर सम्मानित किया।
समारोह के मुख्य अतिथि खजुराहो के माननीय सांसद और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष श्री विष्णु दत्त शर्मा थे। श्री विष्णु दत्त शर्मा ने डॉ. विश्वनाथन को उनकी डॉक्टरेट की उपाधि के लिए बधाई दी और उच्च शिक्षा क्षेत्र में उनके योगदान की सराहना की। उन्होंने ऐसे प्रतिष्ठित वीआईटी विश्वविद्यालय की स्थापना करके मध्य प्रदेश राज्य को एक बड़ा अवसर प्रदान करने के लिए डॉ. जी विश्वनाथन को धन्यवाद दिया, जहां अब पूरे भारत से विद्यार्थी अध्ययन करने आते हैं। उन्होंने कहा कि वह वीआईटी विश्वविद्यालय की स्थापना के सूत्रपात से ही इससे जुड़े हुए हैं और तब से चांसलर डॉ. जी विश्वनाथन, वाईस प्रेसीडेंट श्री शंकर विश्वनाथन, असिस्टेंट वाईस प्रेसीडेंट सुश्री कादम्बरी एस विश्वनाथन, और ट्रस्टी रमणी बालसुन्दरम के सम्पर्क में हैं और वीआईटी उनके परिवार की तरह है।
चांसलर डॉ. जी विश्वनाथन ने अपने अभिनंदन भाषण में इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे वीआईटी ने तीन जीवंत योजनाओंः यूनिवर्सल हायर एजुकेशन ट्रस्ट (यूएचईटी), जीवीडीएसपी जीवी स्कूल विकास कार्यक्रम, और स्टार्स योजना के माध्यम से तमिलनाडु और मध्य प्रदेश राज्यों में जरूरतमंद और वंचित मेधावी छात्रों को निःशुल्क उच्च शिक्षा के अवसर प्रदान करने की दिशा में बड़े कदम उठाए हैं। इस पहल का उद्देश्य प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को सशक्त बनाना, उन्हें विश्व स्तरीय शिक्षा तक पहुंच प्रदान करना और असीमित अवसरों के द्वार खोलना है। इस भव्य समारोह के दौरान सभी वीआईटी परिसरों के सभी कुलगुरु और कुलसचिव उपस्थित थे।