कमलनाथ गुरुवार को सीएम शिवराज से मिलने सीएम हाउस पहुंचे. दोनों के बीच 15 मिनट बातचीत हुई.
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सीएम शिवराज से किसानों के लिए समर्थन मांगा है. उन्होंने शिवराज से कहा कि किसान हित में केंद्र सरकार के कानूनों का विरोध करना चाहिए. कमलनाथ गुरुवार को सीएम शिवराज से मिलने सीएम हाउस पहुंचे. दोनों के बीच 15 मिनट बातचीत हुई.
जानकारी के मुताबिक, कमलनाथ ने शिवराज से कई मुद्दों पर बात की. इन मुद्दों में किसान आंदोलन, कृषि कानून, प्रदेश के विकास सहित मामले शामिल थे. बताया जाता है कि कमलनाथ ने विधानसभा उपाध्यक्ष पद को लेकर भी शिवराज से चर्चा की है.
इधर उमा ने भी लिखा शिवराज को पत्र
दूसरी ओर, पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने भी शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा है. पत्र में उन्होंने लिखा है शराबखोरी से गरीबों की जिंदगी तबाह हो रही है. उन्होंने यह भी लिखा कि कोई गलतफहमी ना हो, इसलिए पत्र को सार्वजनिक कर रही हूं. इस अभियान को सरकार के खिलाफ या संगठन की लाइन से हटकर चलाने से बचने के लिए उमा भारती ने गांधीजी के अभियान का भी पत्र में उल्लेख किया है.
गांधी जी की कल्पना का किया जिक्र
उन्होंने लिखा-गांधी जी की की कल्पना में आजाद भारत में शराबबंदी भी थी. लेकिन, इस देश में अभी तक जो प्रयास हुए हैं, वह सरकारी या राजनीतिक की बजाय सामाजिक रूप से ज्यादा सफल हुए हैं. उन्होंने पत्र के माध्यम से मुख्यमंत्री से कहा है कि 8 मार्च को एक बार फिर अभियान को लेकर विचार विमर्श होगा. इस संबंध में आपसे (शिवराज) के साथ भी बात करते रहेंगे.
नशा करने से रेप की घटनाएं बढ़ रहीं – उमा
शिवराज को पत्र लिखने से पहले उमा भारती ने सोशल मीडिया पर इस अभियान को लेकर अपनी मंशा साफ कर दी थी. उन्होंने लिखा था- नशा करने के बाद ही रेप की घटनाएं बढ़ रही हैं, इसलिए नशा और शराबबंदी होनी चाहिए. ऐसा निर्णय लेने के लिए राजनैतिक साहस की जरूरत होती है. मध्य प्रदेश में शराबबंदी को लेकर अभियान चलाया जाएगा.