राजस्थान में पेट्रोल-डीजल (Petrol and diesel) की कीमतें फिर बढ़ गई हैं. जयपुर में पेट्रोल पर 41 और डीजल पर 38 पैसे बढ़ गये हैं. वहीं, श्रीगंगानगर में पेट्रोल की कीमतें एक बार फिर से 100 रुपये के पार पहुंच गयी हैं.
राजस्थान में पेट्रो उत्पादों (Petrochemical products) की कीमतें थमने का नाम नहीं ले रही हैं. मंगलवार को एक बार फिर पेट्रोल और डीजल (Petrol and diesel) के दामों में बढ़ोतरी हो गई है. श्रीगंगानगर में पेट्रोल की कीमतें फिर से 100 रुपये के पार पहुंच गयी हैं. वहीं, राजधानी जयपुर में भी कीमतों में उछाल (Price rise) आया है. पेट्रो उत्पादों की बढ़ती कीमतों ने आम आदमी का जीना मुहाल कर दिया है. पेट्रोल-डीजल की बढ़ी हुई कीमतों का महंगाई पर सीधा असर पड़ता है.
मंगलवार को हुई बढ़ोतरी के बाद श्रीगंगानगर में ऑर्डिनरी पेट्रोल 97.79 रुपये और प्रीमियम पेट्रोल के दाम 100.57 रुपये प्रति लीटर हो गया है. वहीं, ऑर्डिनरी डीजल 89.46 और टर्बो डीजल 93.13 प्रति लीटर पहुंच गया है, जबकि राजधानी जयपुर में पेट्रोल पर 41 और डीजल पर 38 पैसे बढ़ गये हैं. इस बढ़ोतरी के बाद अब जयपुर में पेट्रोल 93.67 रुपए और डीजल 85.68 रुपए प्रति लीटर हो गया है.
पेट्रोल पर 36 फीसदी और डीजल पर 26 फीसदी VAT
यह हालात तो तब है जब हाल ही में राज्य सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर लिये जाने वाले वैट का प्रतिशत घटा दिया था. राज्य सरकार ने हाल ही में केन्द्रीय बजट के बाद पेट्रोल और डीजल पर लगने वाले को वैट घटा दिया था. राज्य सरकार ने गत 28 जनवरी की रात को पेट्रोल और डीजल पर 2-2 फीसदी वैट घटा दिया था. उसके बाद अब प्रदेश में पेट्रोल पर 38 की जगह 36 फीसदी और डीजल पर 28 की जगह 26 फीसदी वैट लागू है.
मार्च-अप्रैल में पेट्रोल-डीजल पर वैट बढ़ाया गया था
वैट घटाने के बाद प्रदेश में पेट्रोल करीब 1.70 डीजल 1.60 रुपए लीटर सस्ता हो गया था. हालांकि, वैट घटाने के बाद भी देश में पेट्रोल और डीजल पर सबसे अधिक वैट अभी राजस्थान में ही है. उल्लेखनीय है कि गहलोत सरकार ने राज्य की आर्थिक सेहत को सुधारने के लिये गत मार्च-अप्रैल में पेट्रोल पर 8 फीसदी और डीजल पर 6 फीसदी वैट बढ़ा दिया था. इससे राज्य सरकार के खजाने में करीब 1000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त आय हो रही थी, लेकिन अब उसमें कमी आ गई है.