राज्य के 20 जिलों के निकायों में रविवार को अध्यक्ष पद के लिए चल रहे मतदान के बीच कई निकायों के परिणाम भी आ चुके हैं। सबसे महत्वपूर्ण अजमेर नगर निगम पर फिर से भाजपा का कब्जा हो गया है। यहां भाजपा प्रत्याशी बृजलता हाड़ा ने कांग्रेस की प्रत्याशी द्रोपदी देवी को हराया। अब तक भाजपा को 14 और कांग्रेस को 20 बोर्ड पर जीत मिल चुकी है। किशनगढ़ में भाजपा का बोर्ड बन भी चुका है। भाजपा प्रत्याशी दिनेश सिंह को विजेता घोषित किया। एनसीपी, आरएलपी, जनता सेना के एक-एक व एक निर्दलीय को भी एक बोर्ड पर कब्जा मिला है।
कुचामन नगर पालिका में कांग्रेस के हाइब्रिड प्रत्याशी आसिफ खान ने भाजपा प्रत्याशी हरीश कुमावत को हराया। भाजपा के 18 और कांग्रेस के 20 पार्षद चुनकर आए थे। 7 निर्दलीय जीते, लेकिन भाजपा की ओर से हुई क्रॉस वोटिंग के बाद कांग्रेस के प्रत्याशी को 44 वोट मिल गए। यहां 38 साल बाद कांग्रेस का बोर्ड बना है।
बीकानेर की तीनों नगर पालिकाओं के चुनाव परिणम आ गए हैं। नोखा में एक बार फिर नारायण झंवर ने एनसीपी के टिकट पर जीत दर्ज की है। उन्होंने अपने चाचा भाजपा प्रत्याशी श्रीनिवास झंवर को हराया। देशनोक में कांग्रेस के ओमप्रकाश मूंदड़ा अध्यक्ष बने हैं। श्रीडूंगरगढ़ में भाजपा के मानमल शर्मा ने जीत हासिल की। इस तरह तीन पालिकाओं में तीन पार्टियों के अध्यक्ष जीते हैं।
सूरजगढ़ नगर पालिका मे भाजपा की पुष्पा गुप्ता चेयरमैन बनीं। बूंदी नगर परिषद में कांग्रेस की मधु नुवाल जीतीं। नागौर की मूंडवा पालिका में आरएलपी का बोर्ड बना है। नागौर नगर परिषद में सभापति निर्दलीय मीतू बोथरा निर्वाचित हुई हैं। उन्होंने कांग्रेस की ममता भाटी को 8 वोट से हराया। मीतू को 34 और ममता को 26 वोट मिले। कांग्रेस के 27 पार्षद थे, जिनमें से एक वोट कम मिला।
संगरिया नगरपालिका में कांग्रेस के सुखवीर सिंधु, पीलीबंगा में कांग्रेस के सुखचैन सिंह, रावतसर में कांग्रेस के श्याम सुंदर , नोहर में कांग्रेस की मोनिका व भादरा में भी कांग्रेस के दाऊद अध्यक्ष पद पर निर्वाचित घोषित किए गए हैं।
इलेक्शन अपडेट:
- अजमेर में पार्षद जब वोट डालने पहुंचे तो कांग्रेस और भाजपा के समर्थक आमने-सामने हो गए। दोनों के समर्थकों के बीच तनातनी बढ़ गई। इस बीच तनाव बढ़ता उससे पहले ही पुलिस ने समर्थकों को समझा-बुझा कर अलग कर दिया।
- बग्गड़ में भाजपा के गोविंद सिंह राठौड़ चेयरमैन बने। गोविंद सिंह को 15 वोट मिले, जबकि कांग्रेस की माया सैनी को 5 वोट मिले। यहां पहले भी निर्दलीयों के सहयोग से भाजपा का बोर्ड था।
- विजयनगर में भाजपा की अनिता मेवाड़ा अध्यक्ष बनी, कांग्रेस की ज्योति यादव 1 मत से हारीं।
- भींडर में जनता सेना की प्रत्याशी निर्मला भोजावत नगर पालिका अध्यक्ष चुनी गई हैं। जनता सेना को 13 और कांग्रेस समर्थित निर्दलीय लता चौबीसा को 10 वोट मिले। भाजपा के दोनों पार्षदों ने वोट नहीं डाला। सरवाड़ में कांग्रेस के छगन कंवर ने भाजपा की शारदा देवी को 9 मतों से हराया।
- पोकरण में भाजपा के मनीष पुरोहित अध्यक्ष निर्वाचित घोषित किए गए हैं।
- परबतसर भाजपा से ओमप्रकाश सेन नगरपालिका के अध्यक्ष बने। सेन ने कांग्रेस के लोकेश सैनी को हराया। निर्दलीय मुश्ताक खान ने भी भाजपा काे वोट दिया। भाजपा को 15 व कांग्रेस को 10 वोट मिले।
- नागौर में सभापति निर्दलीय मीतू बोथरा निर्वाचित हुई हैं। उन्होंने कांग्रेस की ममता भाटी को 8 वोट से हराया। मीतू को 34 और ममता को 26 वोट मिले।
- अजमेर के केकड़ी नगरपालिका में कांग्रेस से उम्मीदवार कमलेश कुमार साहू ने भाजपा उम्मीदवार मिश्रीलाल को 8 मतों से हराया। कमलेश को 24 मत मिले। खास बात यह रही है कि भाजपा के 17 पार्षद थे लेकिन वोट 16 ही मिले। पूर्व में यहां भाजपा का बोर्ड था और अनिल मित्तल चेयरमेन थे।
- मंडावा नगरपालिका चुनाव में कांग्रेस के नरेश सोनी चेयरमैन बने हैं। सोनी को 19 वोट मिले। भाजपा प्रत्याशी को मिले सिर्फ 6 वोट। यानी नरेश सोनी 13 वोट से जीत कर पाने में सफल रहे।
- पीलीबंगा में कांग्रेस के सुखचैन सिंह रमणा ने भाजपा को 7 वोट से हराया। कांग्रेस को 21 और भाजपा प्रत्याशी को 14 वोट मिले।
- पाली जिले के तखतगढ़, सोजत, बाली व रानी में भाजपा प्रत्याशी विजयी घोषित किए गए हैं।
- बूंदी की केशोरायपाटन नगर पालिका में कांग्रेस का कब्जा हो गया है। यहां कांग्रेस के कन्हैया कराड़ 16 वोट लेकर भाजपा प्रत्याशी से 7 वोट से जीत गए हैं।
- इंदरगढ़ में नगर पालिका में अध्यक्ष पद पर कांग्रेस के बाबूलाल बैरवा ने जीत दर्ज की है। कांग्रेस को 13 व भाजपा के पूरनमल को 7 मत मिले।
- कापरेन नगर पालिका में कांग्रेस के हेमराज मेघवाल को 15 व भाजपा को 10 वोट मिले। बोर्ड कांग्रेस का बना।
- नैनवां नगरपालिका में कांग्रेस की प्रेमबाई गुर्जर चेयरमैन में चुनी गई हैं। उन्होंने ने भाजपा की सरिता नागर को 5 वोटों से पराजित किया।
- बेगूं में कांग्रेस की रंजना लाड चेयरमैन बनी हैं। कांग्रेस को 17 और भाजपा को मिले 8 वोट मिले। 2 निर्दलीयों ने भी कांग्रेस के पक्ष में मतदान किया।
- खेतड़ी नगर पालिका मे कांग्रेस की गीता देवी चेयरमैन बनी। उन्होंने भाजपा की रीमा शाह को 3 वोट से हराया। कांग्रेस की गीता देवी को 14 और भाजपा की रीमा शाह को 11 वोट मिले। निर्दलीय किरण बाला ने खुद को भी अपना वोट नहीं दिया। श्रीमाधोपुर से भजपा के हरिनारायण महंत 1 वोट से जीते। उदयपुरवाटी में कांग्रेस के रामनिवास सैनी अध्यक्ष बने। इन्हें 24 वोट मिले। भाजपा के ललित सैनी को 13 वोट से हराया।
- चिड़ावा में कांग्रेस की सुमित्रा सैनी चेयरमैन बनीं हैं। उन्होंने भाजपा के अनूप भगेरिया को 5 मतों से हराया। सुमित्रा को 22 और भगेरिया को 17 मत मिले। वार्ड 28 के भाजपा पार्षद गंगाधर सैनी ने वोट नहीं डाला।
- चित्तौड़गढ़ की कपासन नगर पालिका में निर्दलीय एजाज अहमद भाजपा के पाले में कूद पड़े। उनके समर्थन से भाजपा का बोर्ड बन गया है। यहां 25 में से भाजपा के 12, कांग्रेस के 11 और दो निर्दलीय पार्षद जीते थे। कांग्रेस ने एक निर्दलीय महिला पार्षद को ही चेयरमैन उम्मीदवार बनाकर संख्या बल बराबर कर लिया था, लेकिन अंतिम समय पर दूसरे निर्दलीय एजाज ने भाजपा काे वोट देकर कांग्रेस की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। भाजपा की मंजू सोनी को 13 और कांग्रेसी कि मंजू देवी आचार्य को 12 वोट मिले। भाजपा का बोर्ड बन गया।
राज्य में 90 निकायों में से 3 निकायों पर पहले से ही निर्विरोध अध्यक्ष बन चुके हैं। मौजूदा स्थिति को देखते हुए राज्य के इन निकायों में 25 निकायों में भाजपा और 19 निकायों में कांग्रेस बहुमत में है। यदि क्रॉस वोटिंग नहीं होती है तो इनमें सीधे तौर पर भाजपा और कांग्रेस के इतने बोर्ड बनना तय है। जबकि, शेष में से भी भाजपा ज्यादा भारी नजर आ रही है, लेकिन सत्ताधारी कांग्रेस को फायदा ज्यादा मिल सकता है।