महाराष्ट्र में अब तक कोविड-19 के 20 लाख 76 हजार 93 मरीज मिल चुके हैं. इनमें से 51 हजार 631 की मौत हो गई है. बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने बैठक बुलाई है.
महाराष्ट्र में कोरोना वायरस (Coronavirus) की बिगड़ती स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने तत्काल मीटिंग बुलाई है. कयास लगाए जा रहे हैं कि इस मीटिंग में ठाकरे मुंबई में लॉकडाउन (Lockdown) को लेकर बड़ा फैसला ले सकते हैं. खास बात है कि बीते कुछ दिनों से महाराष्ट्र में कोविड-19 (Covid-19) के मामलों में खासा इजाफा हो रहा है. केंद्र सरकार भी राज्य में हालात को लेकर चिंतित नजर आ रही है. बुधवार को अकेले मुंबई में ही 721 नए मामले सामने आए हैं.
राज्य में महा कोविड स्थिति को लेकर सीएम ठाकरे गुरुवार को मीटिंग करने वाले हैं. इस बैठक में सीएम मुंबई के कुछ खास इलाकों में लॉकडाउन लगाने के आदेश दे सकते हैं. बीते कुछ दिनों पहले राज्य के डिप्टी सीएम अजित पवार ने भी कहा था कि अगर मामले लगातार बढ़ते रहे, तो हमें मुख्यमंत्री से बात करके कड़े कदम उठाने होंगे.’ मुंबई में लोकल ट्रेन सेवा शुरू होने के बाद से ही राज्य में नए मामलों में उछाल देखा जा रहा है.
हिंदुस्तान टाइम्स में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारियों का मानना है कि ट्रेन में सफर के दौरान सावधानियों का पालन न करना मामले बढ़ने का बड़ा कारण है. यात्रियों के बीच कोविड-19 नियमों का पालन कराने के लिए बीएससी पश्चिम रेलवे, केंद्र रेलवे और हार्बर लाइन पर 100-100 स्टेशन मार्शल तैनात करेगा. मुंबई मेयर किशोरी पेडनेकर भी लोकल ट्रेन में यात्रियों के बीच मास्क को लेकर जागरूकता फैलाते देखी गईं.
जयंत पाटिल भी हुए संक्रमित
राज्य के जल संसाधन मंत्री और राकांपा के प्रदेश प्रमुख जयंत पाटिल भी वायरस की चपेट में आ गए हैं. उन्होंने गुरुवार को इस बात की जानकारी दी है. खास बात है कि पाटिल ने दो दिन पहले ही अपना जन्मदिन मनाया था. खबरें आईं थीं कि जश्न के दौरान मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग (Mask and Social Distancing) के नियमों का ठीक तरह से पालन नहीं किया गया.
महाराष्ट्र में 4 हजार 787 नए केस सामने आए हैं. बताया जा रहा है कि यह संख्या बीते साल 5 दिसंबर के बाद सबसे ज्यादा है. राज्य में अब तक कोविड-19 के 20 लाख 76 हजार 93 मरीज मिल चुके हैं. इनमें से 51 हजार 631 की मौत हो गई है. देश के दूसरे राज्यों की तुलना में महाराष्ट्र और केरल ने चिंताएं बढ़ाईं हैं. दोनों राज्यों में कोरोना वायरस बेकाबू नजर आ रहा है.