प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी बुलेट ट्रेन परियोजना का लाभ देश के अन्य राज्यों के साथ-साथ राजस्थान को भी मिलने वाला है. जी हां, दिल्ली-अहमदाबाद रूट के बीच चलने वाली बुलेट ट्रेन, राजस्थान के 7 जिलों से होकर गुजरेगी. दिल्ली से जयपुर, गांधीनगर होते हुए अहमदाबाद तक बन रहा हाई स्पीड रेल कॉरिडोर उदयपुर होते हुए भी गुजरेगा. हाई स्पीड रेल कॉरिडोर प्रोजेक्ट का 653 किलोमीटर का हिस्सा उदयपुर सहित प्रदेश के 7 जिलों से गुजरेगा. इस कारण उदयपुर में भी इस प्रोजेक्ट के लिए नोडल अफसर की तैनाती की गई है. आपको बता दें कि शुरुआत में बुलेट ट्रेन को अहमदाबाद-मुंबई रूट पर चलाने की योजना बनी थी, जिसके बाद इसके लिए देश में 5 अन्य रूटों का भी ऐलान किया गया
उदयपुर कलेक्टर चेतन देवड़ा ने नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड के सहयोग और प्रोजेक्ट से जुड़े कार्यों में जिला स्तर पर समन्वय बनाने के लिए नोडल अधिकारी की नियुक्ति की है. राज्य सरकार के निर्देश पर उदयपुर कलेक्टर ने जिले के एडीएम प्रशासन ओपी बुनकर को इस प्रोजेक्ट का नोडल अधिकारी नियुक्त किया है. ओपी बुनकर अब भारत सरकार और राज्य सरकार के आदेशों के अनुसार बुलेट ट्रेन से जुड़े कार्यों को पूरा कराएंगे.
उदयपुर से गुजरने वाली इस हाई स्पीड रेल कॉरिडोर का डीपीआर जल्द तैयार होगा. नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड ने यह काम सौंपा है. आपको बता दें कि प्रस्तावित हाई स्पीड रेल कॉरिडोर एक उच्च प्राथमिकता की परियोजना है, जिसकी निगरानी उच्च स्तर से की जा रही है. अब उदयपुर में इससे जुड़े समस्त कार्य एडीएम प्रशासन ओपी बुनकर द्वारा किए जाएंगे. जानकारी के अनुसार देशभर में हाई स्पीड ट्रेन के 5 रूट प्रस्तावित हैं. इन्हीं में से एक दिल्ली से उदयपुर होते हुए अहमदाबाद तक हाई स्पीड रेल कॉरिडोर बनाया जा रहा है. बुलेट ट्रेन की स्पीड करीब 300 किलोमीटर प्रति घंटे होती है, जबकि अन्य ट्रेनें 130 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलती हैं.