दिल्ली की तर्ज पर नगर निगम गाजियाबाद (Ghaziabad Municipal Corporation) शहर के लिए ई वेस्ट पॉलिसी (E-Waste Policy) बनाने जा रहा है. निगम प्रशासन ने इसके लिए आरएफसी (request for comments) मांगे हैं. यानी नगर निगम प्रशासन (Municipal Administration) ने एक्सपर्ट कंपनी से इसके लिए प्रस्ताव और सुझाव (suggestion) मांगे हैं. निगम के अधिकारियों का कहना है कि इसे वो जल्दी ही इस संबंध में मसौदा तैयार कर लेंगे. संभावना है कि शहर में दशहरे से पहले ई वेस्ट कलेक्शन शुरू हो सकता है.
नगर निगम गाजियाबाद में वेस्ट कलेक्शन पॉलिसी है. निगम प्रशासन ने इसे वर्ष 2018 की सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के हिसाब से तैयार किया है. इस पॉलिसी के तहत कोई भी व्यक्ति खुले में कूड़ा नहीं फेंक सकता है. ऐसा करने पर निगम सीधे कार्रवाई कर जुर्माना वसूल सकता है.
शहर की ओर बेहतर सफाई व्यवस्था के लिए यह पॉलिसी नाकाफी है. अनुमान के मुताबिक शहर में कई सौ मीट्रिक टन ई वेस्ट कूड़ा निकलता है. इस कचरे के कलेक्शन के लिए नगर निगम ने अलग से कोई व्यवस्था नहीं की है. इसी को ध्यान में रखते हुए दिल्ली की तर्ज पर पॉलिसी बनाई जा रही है.
नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर ने बताया कि निगम इसके लिए जल्दी ही पॉलिसी बनाने जा रहा है. इसके लिए एक्सपर्ट कंपनियों से आरएफसी मांगी गई है. अगले महीने इसी के आधार पर किसी कंपनी को शहर से डोर टू डोर ई वेस्ट कलेक्शन के लिए कॉन्ट्रैक्ट छोड़ा जाएगा. कंपनी शहर के अलग अलग इलाकों से निर्धारित रेट पर ई वेस्ट का कलेक्शन करेगी. और इसका शहर के लोगों को पैसा भी मिलेगा.