कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने शुक्रवार को न्यायपालिका से ‘भारत के लोकतंत्र की रक्षा’ के लिए देश में बहुदलीय प्रणाली को ‘बचाने’ की अपील की। आयकर विभाग द्वारा सबसे पुरानी पार्टी के बैंक खातों को कथित तौर पर फ्रीज करने के बाद कांग्रेस प्रमुख ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। खड़गे ने कहा कि सत्ता के नशे में चूर, मोदी सरकार ने लोक सभा चुनाव के ठीक पहले देश की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी – भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस – के Accounts Frozen कर दिए है। ये लोकतंत्र पर गहरा आघात है।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने आगे कहा कि भाजपा ने जो असंवैधानिक धन इकट्ठा किया है, उसका इस्तेमाल वे चुनाव में करेंगे, लेकिन हमने क्राउडफंडिंग के जरिए जो पैसा इकट्ठा किया है, उसे सील कर दिया जाएगा। इसीलिए हमने कहा है कि भविष्य में कोई चुनाव नहीं होंगे ! उन्होंन लिखा कि हम न्यायपालिका से अपील करते हैं, कि इस देश में बहुदलीय प्रणाली को बचाएं और भारत के लोकतंत्र को सुरक्षित करें। हम सडकों पर उतरेंगे और इस अन्याय व तानाशाही के ख़िलाफ़ पुरज़ोर तरह से लड़ेंगे।
राहुल गांधी ने एक्स पोस्ट में लिखा कि डरो मत मोदी जी, कांग्रेस धन की ताकत का नहीं, जन की ताकत का नाम है। हम तानाशाही के सामने न कभी झुके हैं, न झुकेंगे। भारत के लोकतंत्र की रक्षा के लिए हर कांग्रेस कार्यकर्ता जी जान से लड़ेगा। इससे पहले कांग्रेस नेता अजय माकन ने खुलासा किया है कि आगामी लोकसभा चुनाव से कुछ हफ्ते पहले पार्टी के बैंक खाते फ्रीज कर दिए गए हैं। उनके अनुसार, गुरुवार को सूचना मिली थी कि बैंक पार्टी द्वारा जारी चेक का भुगतान करने से इनकार कर रहे हैं। आगे की जांच करने पर पता चला कि यूथ कांग्रेस और कांग्रेस पार्टी के बैंक खाते जब्त कर लिए गए हैं। इनकम टैक्स ने यूथ कांग्रेस और कांग्रेस पार्टी से 210 करोड़ रुपये की वसूली मांगी। हमारे खातों में क्राउडफंडिंग का पैसा फ्रीज कर दिया गया है। चुनाव से ठीक 2 हफ्ते पहले जब विपक्ष के खाते फ्रीज कर दिए जाते हैं, तो यह लोकतंत्र को फ्रीज करने के बराबर है।
अजय माकन ने बताया कि हिंदुस्तान में लोकतंत्र पूरी तरह से खत्म हो चुका है। देश की मुख्य विपक्षी पार्टी के सारे अकाउंट्स फ्रीज कर दिए गए हैं। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अकाउंट पर तालाबंदी कर दी गई है। ये कांग्रेस पार्टी के अकाउंट्स फ्रीज नहीं हुए, हमारे देश का लोकतंत्र फ्रीज हो गया है। उन्होंने कहा कि अभी हमारे पास खर्च करने, बिजली बिल भरने, अपने कर्मचारियों को वेतन देने के लिए पैसे नहीं हैं। हर चीज पर असर पड़ेगा, सिर्फ न्याय यात्रा ही नहीं बल्कि सभी राजनीतिक गतिविधियों पर असर पड़ेगा।