राजस्थान में मोस्ट बैकवर्ड क्लास (MBC) में बैकलॉग की भर्तियों समेत अन्य मांगों के लिए गुर्जरों ने फिर से आंदोलन शुरु कर दिया है। रविवार को भरतपुर के बयाना में कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला गुट के लोग पीलूपुरा के पास रेलवे ट्रैक पर धरने पर बैठ गए। गुर्जर रातभर पटरियों पर जमे रहे, धरना आज भी जारी है।
आंदोलन खींचने की तैयारी में लोग, पटरियों के पास लगे चूल्हे
- आंदोलनकारी गुर्जर अभी पीलूपुरा के पास दिल्ली-मुंबई लाइन पर बैठे हैं। आंदोलनकारियों ने बयाना हिंडौन रोड भी जाम कर दिया है।
- कर्नल बैंसला के बेटे विजय बैंसला भी रेलवे ट्रैक पर धरना दे रहे हैं। आंदोलनकारियों के लिए चाय-पानी, बिस्किट की व्यवस्था गांव के लोगों कर रहे हैं।
- विजय बैंसला के मुताबिक, खेल मंत्री अशोक चांदना रविवार देर शाम आए थे। लेकिन रात में बातचीत नहीं हो सकी। उन्हें सुबह बुलाया गया है।
- विजय बैंसला ने कहा- समाज यह जानना चाहता है कि 2 दिन पहले जयपुर में हुए समझौते में सरकार ने समाज को क्या दिया। समाज संतुष्ट न हुआ तो आंदोलन बढ़ेगा।
- इंटरनेट बंद होने, ट्रेनें-बसें रुकने से जनता परेशान
- आंदोलनकारियों ने दिल्ली-मुंबई रेलवे ट्रैक की फिश प्लेटें उखाड़ दीं। इसलिए, रविवार को 40 माल गाड़ियों समेत 60 ट्रेनें डायवर्ट करनी पड़ीं। दिल्ली-मुंबई की ट्रेनों को डायवर्ट करना पड़ा, 2 ट्रेनें रद्द करनी पड़ीं। आज भी 4 ट्रेनें रद्द की गई हैं। रविवार को रोडवेज के पांच बड़े डिपो दौसा, हिंडौन, करौली, भरतपुर और बयाना की करीब 220 बसों को रोक दिया गया। इस वजह से त्योहारों के सीजन में जनता परेशान हो रही है। भरतपुर, करौली, दौसा, सवाईमाधोपुर और जयपुर जिले की कई तहसीलों में इंटरनेट बंद है।
सरकार ने समझौते की कोशिश की, लेकिन नाकाम रही
सरकार की तरफ से खेल मंत्री अशोक चांदना रविवार को बैंसला से बात के लिए गए थे, लेकिन खाली हाथ ही जयपुर लौट गए। भास्कर से बातचीत में चांदना ने बताया, “मैं आंदोलन वाली जगह से एक किमी पहले तक पहुंच गया था, लेकिन भारी जाम की वजह से आगे नहीं जा सका। फिर किरोड़ी बैंसला से बात की। उन्होंने कहा कि मेरी तबीयत ठीक नहीं, आप मेरे बेटे विजय बैंसला से बात कर लें। विजय को फोन किया तो उन्होंने कहा कि मैं 2-4 मिनट में कॉल करता हूं, लेकिन मुझसे दोबारा संपर्क ही नहीं किया।”
बैंसला गुट की 6 प्रमुख मांगें
- समझौता और मैनिफेस्टो में वादे के मुताबिक बैकलॉग की भर्तियां निकाली जाएं।
- भर्तियों में पूरा 5 प्रतिशत आरक्षण मिले।
- आरक्षण आंदोलन में मारे गए लोगों के परिजन को सरकारी नौकरी और मुआवजा मिले।
- आरक्षण विधेयक को नवीं अनुसूची में डाला जाए।
- MBC कोटे से भर्ती 1252 कर्मचारियों को रेगुलर पे-स्केल मिले।
- देवनारायण योजना में विकास योजनाओं के लिए बजट दिया जाए।
नहरा इलाके के 41 सदस्यीय गुर्जरों से हुए समझौते को बैंसला ने लॉलीपॉप बताया
नहरा इलाके के 41 सदस्यीय गुर्जर प्रतिनिधि मंडल ने सरकार से शुक्रवार शाम बात की थी। इस बातचीत में 14 पॉइंट्स पर हुए समझौते की कॉपी लेकर बयाना के SDM सुनील आर्य रविवार शाम करीब 5.30 बजे कर्नल किरोड़ी बैंसला के पास पहुंचे। जैसे ही SDM ने समझौता पढ़ना शुरू किया तो कर्नल ने कहा कि विजय बैंसला को बताएं। बाद में विजय बैंसला ने इस समझौते को लॉलीपॉप कहकर खारिज कर दिया।
किरोड़ी बैंसला बोले- CM पर एक बार और भरोसा करना चाहिए
कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला ने खुद कहा, “मेरे पास CM अशोक गहलोत का फोन आया था। उन्होंने डिटेल में बात करने के साथ ही भरोसा दिलाया है कि गुर्जर समाज की मांगों को जल्द से जल्द पूरा करने की कोशिश करेंगे। इसलिए हमें मुख्यमंत्री पर एक बार और भरोसा करना चाहिए।”