प्रदर्शनकारियों से परेशान आ चुके रेलवे प्रशासन और RPF ने उनके खिलाफ नामजद केस दर्ज (Case register) करने की तैयारी कर ली है. ट्रैक बाधित करने वालों की पहचान भी कर ली गई है.
गुर्जर आरक्षण आंदोलन (Gurjar Reservation Movement) के चलते दिल्ली-मुंबई रेलवे ट्रैक (Delhi-Mumbai railway track) लगाातर 9वें दिन भी बाधित है. इसके कारण इस मार्ग की ट्रेनों को डाइवर्ट करने का सिलसिला भी जारी है. अब आंदोलनकारियों से उकताये रेल प्रशासन और आरपीएफ ने रेलवे ट्रैक बाधित करने वालों के खिलाफ केस दर्ज (Case register) करने की तैयारी कर ली है. आरपीएफ ने ट्रैक बाधित करने वालों की पहचान कर ली है. इन लोगों के खिलाफ नामजद केस दर्ज करने की तैयारी की जा रही है.
रेलवे केंद्र के अधीन आता है. इसलिए राज्य सरकार इन लोगों के खिलाफ दर्ज किये गये केस वापस भी नहीं ले सकेगी. केसदर्ज होने पर ट्रैक पर बैठे युवाओं को भविष्य में सरकारी नौकरियों में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. वहीं, खेलमंत्री अशोक चांदना सोमवार को हिंडौन सिटी जाएंगे. वहां उनका गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के साथ आंदोलन को लेकर बैठक प्रस्तावित है.
हिंडौन-बयाना सड़क मार्ग पर फिर लगाया जाम
इस बीच आंदोलनकारियों ने हिंडौन-बयाना सड़क मार्ग पर फिर जाम लगा दिया है. वहीं, उपद्रवियों ने पीलूपुरा पुलिस चौकी में खड़ी बाइक को भी रविवार को आग लगा दी थी. इससे एकबारगी माहौल गरमा गया था, लेकिन बाद में समय रहते स्थिति को संभाल लिया गया. आंदोलनकारी गत 9 दिनों से ट्रक पर कब्जा कर वहां धमाल मचा रहे हैं. आंदोलनकारियों ने पटरियों पर घास डालकर वहां बिस्तर बना रखा है. वे पटरियों पर रह रहे हैं और वहीं खाना-पीना कर रहे हैं.
<stronपटरियों की फिश प्लेंटे तक उखाड़ दीं
उल्लेखनीय है कि आरक्षण की लंबित मांगों को लेकर गुर्जर समाज के एक धड़े ने गत रविवार को भरतपुर जिले के बयाना इलाके में पीलूपुरा गांव में दिल्ली-मुंबई रेलवे ट्रैक पर कब्जा कर लिया था. आंदोलनकारियों ने वहां पटरियों की फिश प्लेंटे उखाड़ दी थी. तब से आंदोलनकारी लगातार रेलवे ट्रैक पर जमे हुये हैं.