एटीएम से रुपए निकलवाते वक्त किसी अनजान व्यक्ति की मदद लेना आपको भारी पड़ सकता है। शहर में एक ऐसा गैंग सक्रिय है जो एटीएम में पहले से मौजूद रहता है और वहां रुपए निकालने आने वाले भोले भाले लोगों को मदद का झांसा देकर एटीएम कार्ड बदल लेता है या फिर गोपनीय पिन की जानकारी जुटाकर खाते से रुपए निकाल लेता है।
शहर में ऐसी ही एक वारदात गोविंद राव जी का रास्ता, चांदपोल बाजार में रहने वाले सत्यनारायण डागर के साथ हुई। उन्होंने कोतवाली थाने में एक मुकदमा दर्ज करवाया है। जिसमें बताया कि वह 11 नवंबर को गणगौरी बाजार में एचडीएफसी बैंक के एटीएम से रुपए निकलवाने गए थे। उनके एटीएम से रुपए नहीं निकल रहे थे। तब वहां मौजूद एक युवक ने सत्यनारायण को रुपए निकालने में मदद की और 11 हजार रुपए निकाल कर दे दिए। रुपयों को लेकर सत्यनारायण घर लौट आए।
इसके बाद एसबीआई के खाते में जमा करीब 2 लाख 20 हजार रुपए ट्रांसफर हो गए। यह रुपए 13 नवंबर से 23 नवंबर के बीच सत्यनारायण डागर के खाते से निकाली गई। ठगी का पता चलने पर सत्यनारायण ने कोतवाली थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज करवाई।