कृषि कानून के विरोध में मंगलवार को घोषित भारत बंद के तहत अलवर जिले में भी बंद का असर है। हालांकि सुबह कुछ दुकानें खुल भी गई लेकिन थोड़ी देर बाद ही पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम के नेतृत्व में बाजारों में फ्लैग मार्च शुरू हो गया। इस दौरान पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने कहा कि भारत बंद के तहत व्यापारियों ने अपनी इच्छा से दुकानें बंद रखी हैं। पुलिस के फ्लैग मार्च का मतलब कोई भी असामाजिक तत्व माहौल बिगाड़ने की कोशिश नहीं करें। ऐसे कुछ लोगों पर पुलिस की नजर भी है। होपसर्कस सहित आसपास के सभी बाजारों में ज्यादातर दुकानें बंद हैं। खुद दुकानदारों ने अपनी इच्छा से दुकानें बंद रखी हैं।
संगठनों के लोग भी पहुंच रहे
पुलिस के फ्लैग मार्च के बाद उसी रूट से कुछ संगठनों के लोग भी बाजारों में पहुंचने लगे हैं। ये लोग एक आध दुकानें जहां खुली मिली उनको बंद भी कराने में लगे हैं। अलवर जिला मुख्यालय पर होप सर्कस सहित आसपास के बाजारों पर ज्यादा निगाह है। बाकी दूरदराज के बाजारों में कुछ दुकानें खुली हुई है।
शहर में पूरा जाब्ता लगाया
एसपी ने कहा कि अलवर शहर में पूरा जाब्ता लगाया गया है ताकि किसी के साथ कोई अप्रिय घटना नहीं हो सके। व्यापारी अपनी मर्जी से दुकान बंद रख रहे हैं। इसके अलावा पुलिस कंट्रोल रूम के जरिए और सीसीटीवी कैमरों के जरिए भी पूरे माहौल पर निगाह बनाए हुए हैं।
अप्रिय घटना नहीं होने दी जाएगी
एसपी ने यह भी कहा कि फ्लैग मार्च का मतलब यह है किसी के साथ कोई अप्रिय घटना नहीं हो। इस कारण शहर में अलग-अलग जगहों पर भी पुलिस की टीम बनाकर निगाह रखी जा रही है।