वैसे तो हर महीने पूर्णिमा आती है, लेकिन आश्विन मास की पूर्णिमा का बेहद खास महत्व होता है। इस महीने में आने वाली पूर्णिमा को शरद पूर्णिमा कहा जाता है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। शरद पूर्णिमा पर रात को चांद की रोशनी में चावल की खीर बनाकर रखने का बड़ा महत्व होता है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन अमृत वर्षा होती है और उसका अंश पाने के लिए चांद के नीचे खीर को रखा जाता है। इस साल शरद पूर्णिमा 16 अक्टूबर को है।
ऐसा माना जाता है कि इस दिन खीर को चांद की रोशनी में रखने से घर में सुख-समृद्धि की बढ़ोतरी होती है। इसलिए कई लोग इस दिन अपने घर की छत पर या बालकनी में चावल की खीर बनाकर रखते हैं और अगले दिन इस खीर को परिवार में सभी को बांटी जाती है। इस दिन आपको भी घर पर खीर बनाकर चांद के नीचे रखना चाहिए। इसलिए हम आपको आज चावल की खीर बनाने की आसान रेसिपी बताने वाले हैं। आइए जानें।
सामग्री
चावल- 1/2 कप (बासमती चावल को धोकर भिगो दें)
दूध- 2 लीटर (फुल क्रीम दूध का इस्तेमाल करें)
चीनी- 1 कप (या स्वादानुसार)
इलायची- 4-5 (दरदरी पीसी हुई)
बादाम- 10-12 (बारीक कटे हुए)
काजू- 10-12 (बारीक कटे हुए)
किशमिश- 2 बड़े चम्मच
केसर- कुछ धागे
घी- 1 बड़ा चम्मच
नारियल बुरादा- 1 बड़ा चम्मच (गार्निश के लिए)
विधि
चावल को पकाएं- एक पैन में घी गरम करें और उसमें भीगे हुए चावल को हल्का सुनहरा होने तक भून लें। फिर इसमें दूध डालकर उबाल लें।
दूध को गाढ़ा करें- धीमी आंच पर दूध को तब तक पकाएं जब तक कि वह आधा न रह जाए। बीच-बीच में इसे चलाते रहें ताकि दूध नीचे लग न जाए।
चीनी और इलायची डालें- जब दूध गाढ़ा हो जाए तो इसमें चीनी और पीसी हुई इलायची डालकर अच्छी तरह मिला लें।
सूखे मेवे डालें- अब इसमें बादाम, काजू और किशमिश डालकर पकाएं।
केसर डालें- एक छोटे बाउल में केसर को गर्म दूध में भिगो दें। जब खीर गाढ़ी हो जाए तो इसमें केसर वाला दूध डाल दें।
गार्निश करें- गैस बंद कर दें और खीर को ठंडा होने दें। ठंडी होने के बाद इसे नारियल बुरादे से गार्निश करें।