दिल्ली (Delhi) के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Chief Minister Arvind Kejriwal) ने रविवार को रैन बसेरों में रहने वाले बेघर लोगों के लिए ‘भोजन वितरण अभियान’ का शुभारंभ किया. इस ‘भोजन वितरण अभियान’ में अक्षय पात्रा संस्था दिल्ली सरकार को मदद करेगी. वहीं, इस मौके पर सीएम केजरीवाल ने कहा है कि जिनके अपने घर नहीं होते हैं उनके लिए रैन बसेरे (Night Shelters) एक बहुत बड़े आश्रय होते हैं. सर्दी, धूप या बारिश में रैन बसेरे उनके लिए अपने घर से काम नहीं होते हैं. ऐसे में सड़क किनारे सोने को मजबूर गरीब लोगों के लिए रैन बसेरे एक बहुत ही सहारा होते हैं. केजरीवाल की मानें तो रैन बसेरे में रहने वाले गरीब लोग किसी भी पार्टी के वोट बैंक नहीं हैं. कोई भी सरकार आ जाए वो इनकी ओर ध्यान नहीं देती है.
सीएम केजरीवाल ने कहा कि आम आदमी पार्टी सात सालों से सरकार में है. तब से रैन बसेरों पर फोकस किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार दिल्ली में आने से पहले हर साल कोर्ट दिल्ली सरकार रैन बसेरे में इंतजाम को लेकर डांट लगाती थी. ऐसे में आम आदमी पार्टी की सरकार आने के बाद हमने रैन बसेरे पर ध्यान देना शुरू कर दिया. 6 से 7 साल में इसे इतना अच्छा काम किया कि अब कोई देखने आता है तो कम से कम इतना जरूर कहता है कि गरीब का किसी ने भला किया.
पहले कोई सरकार ये सब नहीं करती थी
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पहले कोई सरकार ये सब नहीं करती थी. मैंने और मंत्री जी ने रैन बसेरे का इंस्पेक्शन किया और उसे ठीक किया. उन्होंने कहा कि रैन बसेरे में करीब 6 हजार लोग रह रहे हैं. सर्दियों में इनकी संख्या 12 हजार के करीब हो जाती है. कोरोना के समय हमने रैन बसेरे में भोजन का इंतजाम कराया था. अब अक्षय पात्रा संगठन इसमें आगे आया है. अक्षय पात्रा संस्था असली धर्म का काम करती है. भूखे को खाना खिलाती है. आज से ये साझा कार्यक्रम शुरू हुआ है. अब नियमित रूप से रैन बसेरे में खाना खिलाया जाएगा, ताकि कोई भूखा न रहे.