बीते साल भी दिल्ली में 12 दिसंबर से तापमान (Tepperature) तेजी से नीचे गिरा था. यह सिलसिला 31 दिसंबर तक चलता रहा था.
जम्मू कश्मीर (Jammu-Kashmir) और हिमाचल प्रदेश में हो रही बर्फबारी की वजह से दिल्ली में शीतलहर (Cold Waves) का प्रकोप है. इसके चलते राष्ट्रीय राजधानी के तापमान (Temperature) में भी गिरावट दर्ज की जा रही है. मंगलवार सुबह न्यूनतम तापमान 4.3 डिग्री तक गिर गया. इसके बाद दिल्ली में सुबह न्यूनतम तापमान 4.1 डिग्री दर्ज किया गया. मौसम विभाग के मुताबिक 17-18 दिसम्बर तक न्यूनतम तापमान में और गिरावट देखी जा सकती है. मतलब आने वाले दिनों में दिल्ली की सर्दी हाड़ कंपाने वाली होगी. हवा की रफ्तार भी 8 किमी प्रति घंटा दर्ज की गई है.
मौसम विभाग के वैज्ञानिक डॉ कुलदीप श्रीवास्तव के मुताबिक बीते शनिवार को दिल्ली में आये वेस्टर्न डिस्टर्बेंस की वजह से न्यूनतम तापमान में गिरावट आई है. दिल्ली में सुबह और शाम की ठंड और ज्यादा होगी. जिनको घर से बाहर निकलना बहुत जरूरी है उन्हीं को पुरी सुरक्षा के साथ बाहर जाने की सलाह दी गई है. दिल्ली जैसे छोटे इलाकों के लिए अगर एक दिन के लिए भी तापमान नीचे चला जाता है तो शीतलहर की घोषणा की जा सकती है.
शहर के लिए मौसम संबंधी आंकड़े उपलब्ध करने वाली सफदरजंग वेधशाला के अनुसार मंगलवार सुबह न्यूनतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री कम 4.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. वहीं जाफरपुर में पारा गिरकर 3.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया.
इस बार जनवरी तक कड़ाके की ठंड के आसार
पिछले साल 12 दिसंबर से 30 दिसंबर तक बहुत ज्यादा सर्दी रही थी. इस बार जनवरी तक ऐसे हालात रहने की संभावना है. हालांकि, यह हो सकता है कि इस बार सर्दियों का समय खिसककर थोड़ा इधर से उधर हो जाए. पहाड़ों पर अभी पश्चिमी विक्षोभ आ चुका है. मैदानों से गुजरते ही तापमान गिरता जाएगा. इस बार सूखी और बारिश के बाद वाली ठंड के रहने की उम्मीद है.
शिमला के मौसम विभाग के निदेशक मनमोहन सिंह ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के उदयपुर में 7 सेंटीमीटर, केलोंग में 6 सेंटीमीटर और गोंदला में 5 सेंटीमीटर बर्फबारी हुई. मनमोहन सिंह ने कहा कि लाहौल और स्पीति के प्रशासनिक केंद्र केलोंग में बुधवार को तापमान शून्य से 1.4 डिग्री सेल्सियस कम रहा और यह राज्य का सबसे ठंडा स्थान रहा.