एयरपोर्ट सुरक्षा (Airport Security) में चूक के इस मामले में अब दिल्ली, अमृतसर और चेन्नई एयरपोर्ट के कुछ इमीग्रेशन अधिकारी संदेह के दायरे में हैं.
एयरपोर्ट की सुरक्षा (Airport Security) में चूक का बड़ा मामला सामने आया है. यह मामला दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट (Indira Gandhi International Airport) सहित पंजाब के अमृतसर एयरपोर्ट (Amritsar Airport) और तमिलनाडु के चेन्नई एयरपोर्ट (Chennai Airport) से जुड़ा हुआ है. आईजीआई एयरपोर्ट (IGI Airport) में तैनात इमीग्रेशन अधिकारियों ने जांच में पाया गया है कि एक ही पासपोर्ट पर तीन अलग-अलग लोगों को कनाडा (Canada) भेजा गया. ह्यूमन ट्रैफिकर (Human Trafficking ) लगातार सुरक्षा अधिकारियों को चकमा देकर लोगों को गैरकानूनी तरीके से कनाडा भेजने में सफल रहे. इस मामले के खुलासे के बाद अब दिल्ली एयरपोर्ट सहित अमृतसर एयरपोर्ट और चेन्नई एयरपोर्ट के कुछ इमीग्रेशन अधिकारी शक के दायरे मे हैं.
एयरपोर्ट की सुरक्षा से जुड़े वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, मामले का खुलासा इमीग्रेशन विभाग की पोस्ट फ्लाइट स्क्रूटनी के दौरान हुआ. एयर कनाडा एयरलाइन की फ्लाइट AC-043 की स्क्रूटनी के दौरान इमीग्रेशन अधिकारियों की निगाहें एक मुसाफिर पर अटक गईं. इस मुसाफिर का नाम था उर्विश मुकेश कुमार पटेल. गहन जांच के दौरान, पता चला कि इससे पहले उर्विश 20 सितंबर 2019 को दिल्ली एयरपोर्ट से कनाडा के लिए रवाना हुआ था. इसके बाद, 2 जून 2020 को उर्विश के पासपोर्ट को कोई अन्य शख्स कनाडा से अमृतसर एयरपोर्ट पहुंचा. वहीं, 7 सितंबर 2020 को एक बार फिर उर्विश के पासपोर्ट पर कोई तीसरा शख्स चेन्नई एयरपोर्ट से कनाडा के लिए रवाना हुआ. जांच के दौरान, इमीग्रेशन अधिकारियों को न ही उर्विश के भारत आने का कोई रिकार्ड नहीं मिला और न ही पासपोर्ट के एरावइल की जानकारी मिली.
चौंकाने वाली बात यह है कि इतना सब होने के बावजूद उर्विश इसी पासपोर्ट पर चौथी बार दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट से कनाडा जाने में सफल रहा. उर्विश के कनाडा जाने के बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ. यहां आपको बता दें कि एयरपोर्ट पर तैनात इमीग्रेशन विभाग की प्रमुख जिम्मेदारी विदेश आने और जाने वाले मुसाफिरों के पासपोर्ट, वीजा, ट्रैवल हिस्ट्री सहित अन्य ट्रैवल दस्तावेजों की जांच करना होता है. इमीग्रेशन अधिकारियों को उपलब्ध कराए गए सिस्टम में यात्रियों की पूरी ट्रैवल हिस्ट्री की जानकारी भी होती है. बावजूद इसके, इस तरह से एक ही पासपोर्ट पर बार-बार अलग-अलग यात्रियों का विदेश आवागमन या तो षडयंत्र का नतीजा है या फिर एयरपोर्ट सुरक्षा में बड़ी चूक का मामला. फिलहाल, इस मामले के खुलासे के बाद, इमीग्रेशन विभाग ने आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज करा दी है.