दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने कहा, ‘मुझे खुशी है कि 16 तारीख से दिल्ली में वैक्सीन (Corona Vaccination) लगनी शुरू हो जाएगी. सबसे पहले कोरोना वॉरियर्स को लगेगा. मैं अपील करता हूं कि इसके बारे में भ्रांतियां न फैलाएं.’
देश में 16 जनवरी से कोरोना वैक्सीनेशन प्रोग्राम शुरू होने जा रहा है. इस बीच दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने एक बार फिर से मुफ्त वैक्सीन लगवाने की अपील की है. केजरीवाल ने बुधवार को ऐलान किया, ‘अगर केंद्र सरकार से दिल्ली के लिए मुफ्त वैक्सीन नहीं मिली, तो आम आदमी पार्टी की सरकार अपने खर्चे पर दिल्ली के लोगों को फ्री में टीका लगवाएगी’.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, ‘मैंने केंद्र सरकार से अपील की थी कि हमारा देश बहुत गरीब है और ये महामारी 100 साल में पहली बार आई है. बहुत सारे लोग हैं जो हो सकता है कि इसका खर्च न उठा पाएं. हम देखते हैं कि केंद्र
सरकार क्या करती है. अगर केंद्र सरकार मुफ्त वैक्सीन नहीं देती है तो जरूरत पड़ने पर हम दिल्ली के लोगों के लिए इसको मुफ्त में उपलब्ध कराएंगे.’
केजरीवाल ने कहा, ‘मुझे खुशी है कि 16 तारीख से दिल्ली में वैक्सीन लगनी शुरू हो जाएगी. सबसे पहले कोरोना वॉरियर्स को लगेगा. मैं अपील करता हूं कि इसके बारे में भ्रांतियां न फैलाएं. केंद्र सरकार और वैज्ञानिकों ने सभी प्रोटोकॉल फॉलो कर ये दवाई लाई है. इसलिए इस पर कोई शंका नहीं होनी चाहिए.’
केजरीवाल ने कहा, ‘कोरोना वॉरियर्स को प्रोत्साहित करने के लिए हमारी सरकार एक स्कीम भी ला रही है. इसमें कोरोना वॉरियर्स के परिवार को एक करोड़ रुपये की सहायता दी जाएगी.
ममता बनर्जी ने भी किया मुफ्त वैक्सीन का ऐलान
केजरीवाल के अलावा पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने ऐलान किया है कि वो अपने राज्यों में लोगों को मुफ्त कोरोना वैक्सीन लगवाएंगी.
16 जनवरी को सुबह 11 बजे शुरू होगा वैक्सीनेशन प्रोग्राम
देश में 16 जनवरी से कोरोना को हराने के लिए वैक्सीनेशन कैंपेन (Corona Vaccination in India) शुरू होने जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) 16 जनवरी को सुबह 11 बजे इस वैक्सीनेशन प्रोग्राम की शुरुआत करेंगे. इस अवसर पर पीएम मोदी वैक्सीनेशन के लिए बनाई गई कोविन ऐप (COWIN) को भी लॉन्च करेंगे.
सीरम और भारत बायोटेक से हुआ करार
सरकार ने सीरम इंस्टीट्यूट के साथ सोमवार को 1.1 करोड़ खुराक के लिए और भारत बायोटेक से 55 लाख खुराक के लिए खरीद समझौते पर हस्ताक्षर किए है. अधिकारियों का अनुमान है कि अगले छह से आठ महीनों में जोखिम भरी परिस्थिति में काम करने वाले लगभग 30 करोड़ ज्यादा लोगों को टीके लगाए जाएंगे.