Internet Services Suspended: किसान तीन कृषि कानूनों को रद्द कराने की मांग को लेकर कई हफ्तों से प्रदर्शन कर रहे हैं. 26 जनवरी को ट्रैक्टर मार्च के दौरान उनका प्रदर्शन हिंसक हो गया था.
देश की राजधानी दिल्ली से लगते उत्तर प्रदेश और हरियाणा के सीमाई इलाकों में किसान लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. प्रदर्शनकारी किसान तीनों कृषि कानून को रद्द करने की मांग पर अड़े हुए हैं. इन विरोध-प्रदर्शनों के दौरान 26 और 20 जनवरी को हिंसक झड़पें हो चुकी हैं. अब केंद्र सरकार ने सिंघू, गाजीपुर और टिकरी बॉर्डर से लगते इलाकों में इंटरनेट सेवा को बंद करने का ऐलान किया है. इन इलाकों में 29 जनवरी की रात 11 बजे से 31 जनवरी की रात 11 बजे तक इंटरनेट सेवा बंद रहेगी. यह कदम गृह मंत्रालय की ओर से उठाया गया है.
दिल्ली से लगते यूपी के गाजियाबाद में भी प्रशासन किसान आंदोलन को लेकर अलर्ट मोड पर है. यहां सरकार के निर्देशानुसार गाजीपुर बॉर्डर के आसपास इलाकों में इंटरनेट सेवा अगली सूचना तक बंद कर दी गई है. बता दें कि शुक्रवार को गाजीपुर बॉर्डर पर चल रहे धरना-प्रदर्शन में मंच पर नेताओं की भीड़ फिर जुट आई है. किसान नेता राकेश टिकैत पूरे जोश के साथ वह फिर से मंच पर तिरंगा लहराने लगे हैं. मंच के सामने का हिस्सा फिर गुलजार है.
पुलिस और प्रशासन की सख्ती के बाद एक बार यह लगा कि यह आंदोलन यहीं थम जाएगा. पर रात ढलते-ढलते आंदोलन ने फिर अपना चेहरा हासिल कर लिया. गाजीपुर इलाके में किसानों का रेला पसर चुका है. गाजीपुर पर बने मंच के सामने श्रोताओं की भरपूर भीड़ है. क्रम से किसान नेता इन किसान श्रोताओं के सामने आकर अपनी बात रख रहे हैं और प्रदर्शनस्थल के पास बैठे किसान उसे पूरी तन्मयता से सुन रहे हैं.
राकेश टिकैत को RLD का साथ
वहीं, प्रशासन के निशाने पर आए किसान नेता राकेश टिकैत को RLD का साथ मिला है. RLD नेता अजित सिंह ने राकेश टिकैत से बात की है और कहा कि आप चिंता मत करिए, सब आपके साथ हैं.
किसान गाजियाबाद प्रशासन के आदेश कोर्ट में चुनौती देंगे
किसानों ने फैसला लिया है कि वह गाजियाबाद प्रशासन के आदेश कोर्ट में चुनौती देंगे और इस बारे में याचिका दायर की जाएगी. उनका कहना है कि सुप्रीम कोर्ट ने भी शांतिपूर्ण प्रदर्शन की इजाजत दी है.