दिल्ली के गाजीपुर में फूल मंडी में शुक्रवार को एक बम बरामद हुआ था. इसे सुरक्षा एंजेसियों ने बाद में डिफ्यूज कर दिया था, लेकिन अब मामले में अहम बात सामने आई है. दरअसल, घटना के कुछ दिन पहले ही खुफिया एजेंसियो ने दिल्ली समेत कई राज्यों को एक आतंकी अलर्ट जारी किया था, जिसमें बकायदा यह बताया गया था कि कैसे 26 जनवरी के मद्देनजर लश्कर-ए-तैयबा जैश-ए-मोहम्मद, हिज्बुल मुजाहिदीन बब्बर खालसा इंटरनेशनल आतंकी संगठन भीड़भाड़ वाले इलाके प्रतिष्ठित प्रतिष्ठानों बाजारों में आतंकी गतिविधि को अंजाम दे सकते हैं.
मामले की जांच में जुटी कई एजेंसियों के सूत्रों के मुताबिक, इस घटना के तार पंजाब से जोड़कर देखे जा रहे हैं और एंटी सोशल एलिमेंट्स एंगल पर भी जांच की जा रही है कि कहीं चुनावों से पहले इस तरह की घटना को कर एजेंसियों को भटकाया तो न जा रहा है. लेकिन जिस तरह से गाजीपुर घटना में आरडीएक्स मिला है, उससे एजेंसियों के अधिकारियों का कहना है कि पंजाब एंगल पर मामले की तफ्तीश ज्यादा जारी है.
सूत्रों का कहना है कि जिस पैटर्न पर RDX अमोनियम नाइट्रेट टाइमर बरामद हुआ है, उससे यह शक भी जाहिर किया जा रहा है कि यह साजिश सीमा पार से भी रची गई हो सकती है. यानी पाकिस्तान और आईएसआई. सुरक्षा एजेंसियों को यह भी शक है जिस तरह से पंजाब में एंटी सोशल एलिमेंट्स ने कई ऐसी घटनाओं को अंजाम दिया है, जिससे सीधे तौर पर आतंकी संगठनों पर शक ना जाकर वह अपने मंसूबे कामयाब कर सकें.